सीएम मान ने आगे कहा कि राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उनके आदेश पर ही कुछ दिन पहले नई दिल्ली में प्रशिक्षण के लिए गए थे और वह ऐसा आगे भी करते रहेंगे। इसमें कोई बुराई नहीं है। सीएम मान की कथित अनुपस्थिति में राज्य के मुख्य सचिव और बिजली सचिव के साथ पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए विपक्षी दलों के नेता आम आदमी पार्टी पर लगातार निशाना साध रहे हैं।

पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को भेजा था और वह दोबारा भी उन्‍हें भेजेंगे। भगवंत मान ने यह बात विपक्ष के उन आरोपों के जवाब में कही है, जिनमें वे आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर पंजाब सरकार को कंट्रोल करने की बात कह रहे हैं।

भगवंत मान ने कहा, “अधिकारी प्रशिक्षण के लिए गुजरात और तमिलनाडु जाते थे, फिर वे अच्छी चीजें सीखने के लिए दिल्ली क्यों नहीं जा सकते और अगर इसकी आवश्यकता होगी तो हम उन्हें इजरायल भी भेज देंगे।” भगवंत मान ने आगे कहा कि वह अधिकारियों को आंध्र प्रदेश, दिल्ली और अन्य स्थानों पर भी भेजेंगे।

बैठक पर आपत्ति करने वालों से सवाल करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप भी दिल्ली में स्कूल देखने आईं तो पंजाब के अधिकारी दूसरे राज्यों से सीख क्यों नहीं ले सकते हैं। सोमवार की बैठक के बाद, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि केजरीवाल और पंजाब सरकार के अधिकारियों के बीच बैठक असंवैधानिक थी और इसे स्‍वीकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि राज्य के लोगों ने दिल्ली वाले रिमोट कंट्रोल से चलने वाली सरकार के लिए वोट नहीं किया था।

जालंधर की बूटा मंडी में डॉ. बी.आर. अंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भगवंत मान से जब जब पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी से ईडी की पूछताछ के बारे में सवाल किया गया तो उन्‍होंने कहा कि लोगों को वही भुगतना होता है, जो उन्‍होंने किया होता है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान जो जनता से वादों किए थे, उनको पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीद सुचारू रूप से चल रही है और वह पराली जलाने पर भी लगाम लगाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकारों के पास पैसे की कोई कमी नहीं है, केवल इरादों की जरूरत है, उन्होंने कहा कि वे केंद्र के धन का उचित तरीके से उपयोग करेंगे।