Sharad Pawar Attacks BJP: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार (11 सितंबर) को कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली में मौजूद शासकों’ के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगी। पवार ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए गैर-भाजपा दलों से एक बार फिर मिलकर काम करने का आह्वान किया। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब विपक्ष के कई नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों के घेरे में हैं।
दिल्ली में आयोजित एनसीपी के आठवें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा। वरिष्ठ एनसीपी नेता ने केंद्र सरकार को महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के प्रदर्शन से निपटने के तरीके और देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाने के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया।
लोकतांत्रिक तरीके से देंगे सरकार को चुनौती: 81 वर्षीय शरद पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमें लोकतांत्रिक तरीके से मौजूदा सरकार को चुनौती देनी है, जो ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों और धनबल का दुरुपयोग कर रही है। हमें इस लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा।” इसके साथ ही पवार ने दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में NCP के राष्ट्रीय सम्मेलन को आयोजित करने का महत्व भी बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह वही स्थान है, जहां साल 1737 में दिल्ली के शासकों को चुनौती देने आए बाजीराव पेशवा ने अपनी सेना के साथ शिविर लगाया था।’’
भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए करें काम: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वो समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ रणनीति बनाएं, आम आदमी को प्रभावित करने वाले मुद्दों को लेकर संयुक्त अभियान चलाएं और भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए काम करें। पवार ने विभिन्न राज्यों में होने वाले नगर निगम, जिला परिषद और पंचायत समितियों के आगामी चुनावों में युवा नेतृत्व को अहम भूमिका देकर मजबूत बनाने पर जोर दिया।
वहीं, दूसरी ओर मीडिया से बातचीत करते हुए एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने उन कयासों को खारिज किया कि शरद पवार अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पवार को विपक्षी ताकतों को एकजुट करने लिए विशेष भूमिका निभाने के लिए रखा गया था। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पवार ने हमेशा सकारात्मक राजनीति की है।
