Rajasthan: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले सबसे बड़ा सवाल यह है कि BJP का नेतृत्व कौन करेगा। भाजपा की सबसे प्रमुख नेता, वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) की भूमिका आगामी चुनावों में अभी भी अपरिभाषित है। ऐसे में यह भाजपा के चुनाव अभियान पर असर डाल सकता है। पार्टी आलाकमान से उम्मीद की जाती है कि जल्द ही चुनाव के लिए राज्य का नेतृत्व करने वाले चेहरे की घोषणा करें।

कई बड़े BJP नेताओं का नाम है शामिल

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जहां राज्य के भाजपा नेताओं में सबसे कद्दावर हैं। वहीं, मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों के रूप में कई नाम पार्टी हलकों में चल रहे हैं। इनमें राज्य भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का नाम भी इस सूची में है।

राजस्थान के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं Vasundhara Raje

वसुंधरा राजे के करीबी भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि राज्य का कोई अन्य पार्टी नेता लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता और स्वीकार्यता का मुकाबला नहीं कर पाया है। केंद्रीय भाजपा के सूत्रों ने हालांकि कहा कि पार्टी नेतृत्व द्वारा दिसंबर में होने वाले चुनावों से पहले राजे को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की संभावना नहीं है। एक सूत्र ने कहा कि अगर शीर्ष नेतृत्व इसके लिए तैयार होता तो अब तक उन्हें सशक्त बनाने के लिए कुछ कदम उठाए होते।

जनवरी 2023 में होगी BJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

सूत्रों ने कहा कि भाजपा नेतृत्व के पास राजस्थान के लिए एक निश्चित योजना है और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद इस संबंध में एक स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 16-17 जनवरी 2023 को नई दिल्ली में होगी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को उम्मीद है कि नेतृत्व राज्य इकाई को प्रभावित करने वाली पहेली को जल्द ही सुलझा लेगा।

भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को राजस्थान में पार्टी की संभावनाओं में वसुंधरा राजे के महत्व का एहसास है। इसलिए अलग-अलग हलकों को रिझाने का एक फॉर्मूला होगा। वहीं, राजे के कुछ वफादारों ने आरोप लगाया कि उन्हें अब तक चुनावी गतिविधियों से राज्य भाजपा द्वारा बाहर रखा गया था। राजे गुट यह भी दावा करता है कि उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित शीर्ष नेतृत्व के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं यह सिर्फ पार्टी के प्रतिद्वंद्वियों द्वारा बनाई गई कहानी है।

Vasundhara Raje का असहयोगी रवैया

दिल्ली में बीजेपी के एक सूत्र ने कहा, “जब राज्य के नेता वसुंधरा राजे को दरकिनार करने की कोशिश कर रहे थे, तो केंद्रीय नेताओं ने उन्हें साथ ले जाने और अपमानित नहीं करने के लिए कहा था।” राजस्थान भाजपा के एक नेता ने हालांकि कहा कि राज्य इकाई के कई प्रयासों के बावजूद, राजे असहयोगी रही हैं और कोर कमेटी की बैठकों सहित कई कार्यक्रमों और बैठकों से दूर रहीं।