Bihar Political News: बिहार की सियासत कब कौनसी करवट लेने लगे यह किसी को नहीं पता है। राजद के एक विधायक द्वारा तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को लेकर दिए गए बयान के बाद राज्य के हर कोने में सीएम फेस को लेकर जमकर चर्चाएं हो रही हैं। बुधवार को राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने खुद मीडिया को इन सवालों के जवाब दिए।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम किसी हड़बड़ी में नहीं है, जब बनना होगा तब बनेंगे और आपको भी पता चल ही जाएगा। छिपाकर कोई बनता नहीं है। हमको कोई गड़बड़ी नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) हैं, वे महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं। हमें कोई परेशानी नहीं है।

राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन मिलजुलकर अच्छे से चल रहा है। हमारा मकसद 2024 में भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) को भगाने का है।

इससे पहले आज जब उनसे राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सबकी अपनी इच्छा होती है। अगर वह चाहते हैं कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बने तो उसमें कुछ गलत बात नहीं है। कौन अपने बेटे को उच्च से उच्च पद पर जाते नहीं देखना चाहता? सबकी इच्छा होती है। हमको कोई जल्दी नहीं है।

तेजस्वी की वजह से उपेंद्र कुशवाहा छोड़ चुके हैं जदयू

बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा लगातार तेजस्वी यादव का कद बढ़ाने को लेकर दिए जाने वाले बयानों से नाराज होकर उपेंद्र कुशवाहा पहले ही जदयू छोड़ चुके हैं। उपेंद्र कुशवाहा लगातार आरोप लगा रहे हैं कि नीतीश कुमार तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी घोषित करके बिहार के साथ गलत कर रहे हैं।

उपेंद्र कुशवाहा नीतीश पर यह भी आरोप लगा चुके हैं कि वह अब खुद फैसले हीं लेते बल्कि ‘निहित स्वार्थों वाली एक मंडली की सलाह’ पर काम करते हैं। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने साल 2013 में जदयू छोड RLSP का गठन किया था। इसके 8 साल बाद उन्होंने अपने दल का जदयू में फिर से विलय कर दिया। अब उन्होंने एक नई पार्टी का गठन किया है।