बंगाल में हॉट सीट बने नंदीग्राम में मतदान से ठीक पहले टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपना गोत्र बताकर खुद को असली हिंदू बता दिया। इसको लेकर राजनीतिक हलके में जोरदार बहस शुरू हो गई। आजतक टीवी चैनल पर डिबेट में एंकर रोहित सरदाना ने पूछा कि अचानक ममता जी को गोत्र क्यों बताना पड़ गया। इस पर टीएमसी के प्रवक्ता मनोजीत मंडल ने धर्म के नाम पर फर्जी काम करने वाले असली हिंदू नहीं हैं। उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर की कविता का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि भारत एक ऐसा देश है, जहां सभी धर्म, संस्कृति के लोग आ सकते हैं, रह सकते हैं और एक साथ काम कर सकते हैं। लेकिन भाजपा खुद को केवल हिंदू बताती है।
उन्होंने कहा कि “भाजपा की प्रज्ञा ठाकुर आतंकी हैं। वह रामनाम लेकर संसद पहुंच जाती हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि फेक हिंदुओं का पर्दाफाश किया जाए।” उनके इस बयान पर एंकर रोहित सरदाना ने टीएमसी की महुआ मोइत्रा के ट्वीट का हवाला दिया और कहा कि वह “चोटी वाले राक्षस” कहती हैं। पूछा कि यह “चोटी वाले राक्षस” कौन हैं? इस पर मनोजीत मंडल ने कहा कि मैंने उनके ट्वीट को नहीं देखा। मैं ममता बनर्जी को डिफेंड कर रहा हूं। एंकर रोहित सरदाना ने कहा कि आप इधर-उधर की बातें करके उत्तेजित हो जा रहे हैं, लेकिन जो पूछ रहा हूं उसका जवाब नहीं दे रहे हैं। मनोजीत मंडल ने कहा कि ममता बनर्जी सबको अपना बताती है। वह अपना गोत्र इसलिए बता रही हैं कि लोग जान सकें कि वह हिंदू हैं, लेकिन सबकी नेता हैं।
इस पर रोहित सरदाना ने भाजपा के संबित पात्रा से पूछा कि आपको ममता के गोत्र से क्या दिक्कत है। संबित ने कहा, “ये जो लोग कहते हैं कि राम का नाम लेकर मर्डर किया जाता है, राम का नाम लेकर बलात्कार किया जाता है, उनकी हिम्मत है कि कह दें कि अल्लाह का नाम लेकर बम फोड़ा जाता है।”
उन्होंने पूछा, “राम का नाम लेकर कौन मर्डर करता है? राम का नाम लेकर कौन बलात्कार करता है? ममता दीदी में हिम्मत है कि वे कह दें कि अल्लाह हो अकबर कहकर बम फोड़ा जाता है।”
इसके पहले ममता बनर्जी के अपना गोत्र बताने पर बीजेपी ने कहा कि यह उनकी हताशा का प्रतीक है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता दीदी को अपनी हार के डर से अचानक गोत्र याद आ गया। कहा कि हमारा भी गोत्र शांडिल्य है और ममता जी ने भी अपना यही गोत्र बताया है। वे देर से यह बात बताईं। पहले बताना चाहिए था। वे यह भी बता दें कि रोहिंग्या मुसलमानों के लिए जो रेड कारपेट बिछाई हैं, क्या वे भी शांडिल्य गोत्र वाले हैं?

