पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार (31 मई, 2022) को पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने नोटबंदी जैसे फैसले लेकर देश की अर्थव्यवस्था को दांव पर लगाया है। साथ ही उन्होंने एक बार फिर से आरोप लगाया कि विपक्ष को चुप कराने के लिए केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

वह पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में टीएमसी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित कर रही थीं। उनका दावा है कि 2024 के चुनाव में बीजेपी के लिए नोएंट्री है और वह फिर से सरकार नहीं बना सकेगी। उन्होंने कहा, “केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार मिलावटी है। उन्होंने नोटबंदी जैसे विनाशकारी फैसलों से देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है। यह एक बड़ा घोटाला था।”

उन्होंने कहा कि देश के नागरिक केंद्र की जनविरोधी सरकार से तंग आ चुके हैं। ममता ने कहा, “मैं यह स्पष्ट कर दूं कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए कोई प्रवेश नहीं होगा। इसे जाना है। भाजपा की सत्ता में लौटने की कोई संभावना नहीं है।”

बंगाल के मंत्रियों को कार पर लाल बत्ती का इस्तेमाल करने पर रोक
ममता बनर्जी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्रियों से यात्रा के दौरान अपनी कारों के ऊपर लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करने को कहा था। कोलकाता पुलिस के एक सम्मान समारोह के दौरान, बनर्जी ने कहा, “मैंने राज्य के कैबिनेट मंत्रियों से यात्रा के दौरान अपनी कारों के ऊपर लाल बत्ती का उपयोग नहीं करने के लिए कहा है। यहां तक ​​कि पुलिस भी सुचारू आवाजाही के लिए लाल बत्ती का उपयोग करती है। यह सब लोगों द्वारा सराहा नहीं जाता है, उन्हें यह पसंद नहीं है।”

इससे पहले, राज्य परिवहन विभाग ने शुक्रवार को वीआईपी और आपातकालीन अधिकारियों की एक नई सूची प्रकाशित की थी, जो अपने वाहनों के ऊपर बत्ती का उपयोग कर सकते हैं, और राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को लिस्ट में शामिल नहीं किया गया था। केंद्र सरकार ने 2017 में आपातकालीन और आपदा प्रबंधन कर्तव्यों में शामिल लोगों के अलावा वीवीआईपी के लिए सभी प्रकार की बीकन लाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया था।