केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सोमवार (11 जुलाई 2022) को कोलकाता में सियालदह मेट्रो स्टेशन (Sealdah Metro Station) का उद्घाटन करेंगी। उससे पहले ही मेट्रो स्टेशन के उद्घाटन को लेकर राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। सियालदह मेट्रो के उद्घाटन का कार्ड सीएम ममता बनर्जी को देर से मिलने पर टीएमसी भड़क गई है।
गौरतलब है कि रेलमंत्री रहते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस परियोजना की शुरुआत की थी, लेकिन टीएमसी ने आरोप लगाया है कि उद्घाटन के अवसर पर सीएम ममता बनर्जी को आमंत्रित नहीं किया गया है। टीएमसी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि रविवार रात सीएम आवास में एक कार्ड ड्रॉप किया गया। क्या मुख्यमंत्री को न्योता देने का यह कोई तरीका है?
मेट्रो प्रोजेक्ट में ममता बनर्जी का योगदान: इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल सरकार से किसी भी व्यक्ति को इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया है। कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि ममता बनर्जी को उद्घाटन समारोह में नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा, “बंगाल के लोगों को इस तरह बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। बंगाल की जनता इस मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए ममता बनर्जी के योगदान को जानती है। राज्य सरकार ने मेट्रो के काम में हर कदम पर सहयोग किया है।” मेयर ने कहा कि अगर केंद्र सरकार इस तरह से सहयोग नहीं करती है, तो क्या राज्य के लिए सहयोग करना संभव है?
टीएमसी नहीं बुलाती बीजेपी को: वहीं, दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि हमारे किसी भी विधायक और सांसद को प्रशासनिक बैठकों सहित राज्य के किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाता है। सीएम को भी निमंत्रण नहीं मिलने की शिकायत नहीं करनी चाहिए।
दिलीप घोष ने कहा कि राज्य सरकार, केंद्र सरकार के धन का उपयोग करने के बाद मोदी सरकार को क्रेडिट देने से बचने के लिए केंद्रीय परियोजनाओं का नाम बदल देती है। घोष की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए हकीम ने कहा कि केंद्र, बंगाल को कोई खैरात नहीं देता। राज्य को अपने हिस्से का अधिकार मांगने का पूरा हक है।
इससे पहले भी विक्टोरिया मेमोरियल में गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुए एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी को आमंत्रित नहीं किया गया था। हालांकि, तब भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा था कि यह परंपरा तो टीएमसी ने ही शुरू की है। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि टीएमसी राज्य सरकार के कार्यक्रमों में भाजपा के सांसदों और विधायकों को आमंत्रित नहीं करती है।