West Bengal: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष का रविवार (25 दिसंबर, 2022) को एक विवादित सामने आया है। उन्होंने पार्टी समर्थकों से कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पंचायत सदस्य विकास के लिए दिए गए पैसों का हिसाब न दें तो उनको पेड़ों से बांध देना चाहिए।
भाजपा नेता दिलीप घोष (BJP Dilip Ghosh) ने पूर्व बर्धमान के शक्तिगढ़ (Purba Bardhaman Shaktigarh) में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं ने पिछले पांच सालों में जनता के धन को लूटा है। घोष ने कहा कि उन्हें (टीएमसी पंचायत सदस्यों को) पता होना चाहिए कि लोग आगामी ग्रामीण चुनावों में उनके गलत कार्यों का बदला लेंगे।
टीएमसी नेताओं ने जनता के पैसे से महल बनवाए: दिलीप घोष
घोष (Dilip Ghosh) ने कहा कि पिछले पंचायत चुनाव में टीएमसी ने हमें नामांकन दाखिल करने की अनुमति नहीं दी थी। टीएमसी ने वोट लूटकर जीत दर्ज की थी। अब जनता की नाराजगी देखकर वे छिप गए हैं। पंचायतों द्वारा किए गए खर्चों का उनसे हिसाब मांगें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आपके पैसों से महल बनवाए, अपनी पत्नी, बेटी और दोस्तों को गिफ्ट में आभूषण दिए, उन्हें छोड़िए मत। अपने गमछे से उन्हें पेड़ों से बांध दीजिए।
टीएमसी नेता शांतनु सेन ने दिलीप घोष के बयान पर किया पलटवार
भाजपा नेता दिलीप घोष के इस बयान पर TMC ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। टीएमसी ने कहा कि दिलीप घोष इस तरह की टिप्पणी इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी के अंदर अपनी योग्यता साबित करना चाहते हैं।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें (दिलीप घोष) बीजेपी के अन्य राज्य नेताओं द्वारा दरकिनार कर दिया गया है। शांतनु ने कहा कि बीजेपी केवल आतंक, बाहुबल, धमकी और शारीरिक हमले की भाषा जानती है।
राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने आगे कहा कि लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए उनके मन में कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करने की नीति पर TMC चलती है। शांतनु ने कहा कि टीएमसी का कोई पंचायत सदस्य अगर किसी गलत कार्य में संलिप्त पाया जात है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाता है।