पश्चिम बंगाल में सरकार और सीबीआई के टकराव पर पार्टी आला कमान से विपरीत रूख अख्तियार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सोमेन मित्रा ने सोमवार को सवाल किया कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त चिट फंड घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसी की पूछताछ से क्यों बच रहे हैं? मित्रा ने यहां एक पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘ अगर वह (कुमार) गलत नहीं हैं तो क्यों सीबीआई से बच रहे हैं?’’ प्रदेश कांग्रेस का रूख राष्ट्रीय नेतृत्व से भिन्न है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन किया था और उन्हें समर्थन दिया था।

बनर्जी, सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ कल रात से ही बेमियादी धरने पर हैं। वह उसी स्थान पर धरना कर रही है जहां उन्होंने सिंगुर में टाटा मोटर्स के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहण के खिलाफ 26 दिन का अनशन किया था। गांधी ने ट्वीट किया था, ‘‘ पूरा विपक्ष एकजुट है और यह फासीवादी ताकतों को हराएगा। ’’ मित्रा ने कहा, ‘‘ हमारी (प्रदेश कांग्रेस) की भाजपा और तृणमूल के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।’’ उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई के समय पर सवाल किया। बता दें कि मित्रा अक्टूबर 2009 से जनवरी 2014 तक तृणमूल कांग्रेस में रह चुके हैं और वह उससे सांसद भी थे। एक महीने से कम वक्त में ऐसा दूसरी दफा हो रहा है जब प्रदेश कांग्रेस ने आला कमान से विपरीत रूख अख्तियार किया हो।

दरअसल, यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब सीबीआई की एक टीम कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से चिटफंड घोटाले के सिलसिले में पूछताछ करने के लिए रविवार को उनके आवास पर गई थी लेकिन टीम को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें जीप में भरकर थाने ले जाया गया। टीम को थोड़े समय के लिए हिरासत में भी रखा गया। घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार की रात साढ़े आठ बजे से धरने पर बैठी हुई हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर बंगाल में तख्तापलट का प्रयास करने के आरोप लगाए।