लंबे अरसे से बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस में चल रही तनातनी के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा है। बताया जा रहा है कि ममता मंगलवार (17 सितंबर) को दिल्ली आ सकती हैं। हालांकि उनके आने का मकसद क्या होगा, इस संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। बता दें कि मंगलवार को ही प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन भी है।
मोदी की मीटिंग में शामिल नहीं हुई थीं ममताः बता दें कि बीते दिनों ममता बनर्जी के केंद्र सरकार से रिश्तों में लगातार तनाव का माहौल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव के दौरान तल्खियां और बढ़ गईं। हाल ही में ममता बनर्जी ने असम एनआरसी को लेकर भी बीजेपी का विरोध किया था। इसके अलावा उन्होंने माओवाद-नक्सलवाद से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई प्रधानमंत्री की बैठक में भी शिरकत नहीं की थी। इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से भी किनारा कर लिया था।
‘मोदी को नहीं मानती अपना पीएम’: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने यह तक कह दिया था कि वो नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री मानती ही नहीं। इसके बाद चुनाव प्रचार के दौरान भी मोदी-शाह और ममता बनर्जी में भाषाई तल्खी चरम पर देखने को मिली थी। ऐसे में ममता का यह कदम सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
टीएमसी-बीजेपी में सियासी जंग चरम परः गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 18 सीटें जीतकर टीएमसी के लिए खतरे की घंटी बजा दी थी। इसके बाद से ही लगातार बीजेपी नेताओं के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर बयान आते रहे हैं। कई टीएमसी नेताओं ने इस दौरान बीजेपी जॉइन भी की है। बंगाल में अपनी जमीन पर बीजेपी का दबदबा बढ़ते देख कई बार टीएमसी नेताओं ने भी जुबानी हमला बोला। इस दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई।