पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले में बुधवार (29 जुलाई, 2020) को भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव उनके घर के पास एक पेड़ से लटका पाया गया। पूर्णचंद्र दास (44) दक्षिण बंगाल के रामनगर इलाके में भाजपा के बूथ प्रभारी थे। इसे ‘राजनीतिक हत्या’ करार देते हुए दास के परिजनों ने दावा किया कि उन्हें बुधवार को घर से बुलाया गया था। बाद में उनका शव पड़ोसियों ने पास के इलाके में देखा।
मृतक के पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक स्थानीय टीएमसी नेता पिछले कुछ दिनों से उन पर अपनी पार्टी में शामिल होने का दबाव डाल रहे थे। मामले में एक पारिवारिक सदस्य ने बताया कि लेकिन वह ऐसा करने को तैयार नहीं थे। आज (गुरुवार) स्थानीय टीएमसी नेताओं के साथ उनकी बैठक होने वाली थी। मगर बीती शाम उनका शव फंदे से झूलता मिला। हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। स्थानीय पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
भाजपा ने भी आरोप लगाया कि उसके कार्यकर्ता की सत्तारूढ़ टीएमसी के गुंडों ने हत्या की है क्योंकि उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया था।
Rajasthan Government Crisis LIVE Updates
इधर तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद और राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया है। पार्टी ने कहा कि पुलिस जांच में सच सामने आ जाएगा। पुलिस ने बताया कि पूर्णचंद्र दास का शव स्थानीय लोगों ने पेड़ से लटका पाया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले उत्तर दिनाजपुर में आरक्षित सीट हेमताबाद के भाजपा विधायक देवेंद्र नाथ रे का शव फंदे से लटका मिला था। इस कथित हत्या के लिए भाजपा ने टीएमसी नेता को जिम्मेदार ठहराया था। पार्टी ने कहा था कि देवेंद्र नाथ का शव उनके गांव के घर के पास रस्सी से लटका मिला। लोगों का साफ कहा है कि उन्हें पहले मारा गया और फिर शव लटका दिया।
मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा विधायक देवेंद्र नाथ रे की संदिग्ध जघन्य हत्या बेहद चौंकाने वाली और घटिया है। ममता सरकार में गुंडा राज है और यह कानून-व्यवस्था की विफलता है।