कोलकाता, 17 अप्रैल। राज्य विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण में विभिन्न राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच संघर्ष की छिटपुट घटनाओं और मतदान केंद्रों पर कब्जे के आरोपों के बीच 56 सीटों के लिए रविवार (17 अप्रैल) को भी भारी मतदान हुआ। इस दौर में 80 फीसद से ज्यादा वोट पड़े। पहले चरण के दोनों हिस्सों में भी 80 फीसद से ज्यादा मतदान हुआ था। इन सीटों पर मतदान के लिए विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह से मतदाताओं की लंबी कतारें लगने लगी थी। तेज धूप और गर्मी की परवाह किए बिना पूरे दिन यह सिलसिला जारी रहा। दोपहर तीन बजे तक औसतन 71 फीसद मतदान हो चुका था। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान कुल मिला कर शांतिपूर्ण रहा है।
बीरभूम जिले की सात सीटों को माओवाद प्रभावित होने की वजह से संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। वहां मतदान शाम चार बजे ही खत्म हो गया। सात जिलों में फैली इन सीटों के लिए 33 महिलाओं समेत कुल 383 उम्मीदवार मैदान में थे। इन इस दौर में जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला मतपेटियों में बंद हो गया उनमें सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर और पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य, पूर्व फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया, बांग्ला गायक सौमित्र राय, अभिनेत्री लाकेट चटर्जी और अभिनेता जय बनर्जी शामिल हैं। उनके अलावा ममता बनर्जी सरकार के तीन मंत्रियों-गौतम देब, कृष्णेंदु नारायण चौधरी और सावित्री मित्र की किस्मत का फैसला भी इसी दौर में हुआ। वर्ष 2011 के विधानसभा चुनावों में इनमें से 13 सीटें वाममोर्चा ने जीती थीं और 12 कांग्रेस ने। अबकी यह दोनों एक साथ हैं।
राज्य में चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद लगातार विवादों में रहे बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अणुब्रत मंडल ने पार्टी के चुनाव चिन्ह वाली शर्ट पहन कर मतदान कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया। चुनाव आयोग ने जिलाशासक से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है। दूसरी ओर, मंडल ने सफाई दी कि उनको इस बात का ख्याल नहीं था। पीठासीन अधिकारी ने भी उनको ऐसा करने से नहीं रोका।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि बीरभूम जिले के एक गांव में मतदान शुरू होने से पहले भाजपा व तृणमूल समर्थकों में हुए संघर्ष में आठ लोग घायल हो गए। मालदा के इंग्लिशबाजार इलाके में माकपा व तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच हुई भिड़ंत में तृणमूल के एक पोलिंग एजंट समेत दो लोग घायल हो गए। इसी जिले के चांचोल में भी कांग्रेस समर्थकों ने तृणमूल कांग्रेस के पोलिंग एजंट अशराफुल हुसैन की पिटाई कर दी। नतीजतन वहां कुछ देर मतदान ठप रहा। इस मामले में चांचोल के पूर्व पंचायत प्रधान मकबूल हुसैन को गिरफ्तार किया गया है।
कई मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की गड़बड़ी के चलते मतदान की प्रक्रिया में बाधा पहुंची। मालदा में एक महिला पीठासीन अधिकारी को भी हटा दिया। इंग्लिशबाजार विधानसभा क्षेत्र के एक आदर्श मतदान केंद्र में तैनात सुष्मिता साहा नामक उस अधिकारी के खिलाफ माकपा ने पक्षपात और तृणमूल कांग्रेस के हित में काम करने की शिकायत की थी। सिलीगुड़ी विधानसभा सीट पर मैदान में उतरे पूर्व फुटबालर बाइचुंग भूटिया ने भी कई मतदान केंद्रों पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया है।

