पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच जमकर जुबानी तीर छोड़े जा रहे हैं। अब बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने माओं को चेतावनी दे दी है कि वो अपने बच्चों को नियंत्रण में रखें। दरअसल रविवार को पश्चिमी मिदनापुर में परिवर्तन यात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि “हां, ‘खेला होब, खेला होब’ और ‘परिबोर्तन होब’। इसके बाद भाजपा नेता ने कहा कि मैं ममता दीदी के भाइयों को बता दूं कि बीजेपी राज्य में सरकार बनाएगी। मैं जानता हूं कि इस यात्रा को रोकने की कोशिश की जाएगी। इसलिए मैं आपसे मिलने आया हूं। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि आप अपना वोट डाल पाएंगे।’

इसके बाद घोष ने सत्तारूढ़ पार्टी को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि, ‘हमारे विरोधी हमें बता रहे हैं कि हमारा खेल खत्म हो गया है लेकिन मैं उन्हें बता दूं कि हमारा खेल जारी है…तैयार रहो। अगर चुनाव के बाद वे अपना चेहरा देखना चाहते हैं तो माओं को बोलो कि अपने बच्चों को नियंत्रण में रखें…हम सभ्य हैं और कानून का पालन करते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं।’

हालांकि दिलीप घोष के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने भी पलटवार किया है। जिस वक्त दिलीप घोष यह भाषण दे रहे ते उसी समय राज्य के दूसरे हिस्से में टीएमसी की भी एक रैली चल रही थी। इस रैली में शामिल पार्टी के नेता नारे लगा रहे थे कि ‘हिन्दू-मुस्लिम करने वाले बीजेपी नेताओं की चमड़ी उधेड़ देंगे।’

इससे पहले दिलीप घोष ने देवी दुर्गा को लेकर भी बयान दिया था जिसके बाद से बीजेपी-टीएमसी के बीच जुबानी जंग शुरू हुई थी। दिलीप घोष ने एक टीवी डिबेट के दौरान कहा था कि ‘भगवान राम एक राजा थे। कोई उनको अवतार मानता है। प्राचीन ग्रंथों में उनका नाम भी आपको मिलेगा, लेकिन दुर्गा के बारे में ऐसा नहीं है।’

उनके इस बयान के बाद टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर राम और दुर्गा के बहाने हिंदुओं को बांटने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं कई टीएमसी कार्यकर्ताओं ने इस बयान के विरोध में अपने सिर भी मुंडवा लिए थे।