Jaunpur News: जौनपुर थप्पड़कांड की चर्चा इस वक्त पूरे उत्तर प्रदेश में बनी हुई है। जिसको लेकर सियासत भी तेज है। मामला तब सुर्खियों में आया, जब सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर उर्फ कट्टपा के एक शख्स ने माला पहनाने के बाद थप्पड़ जड़ दिए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में महेंद्र राजभर को माला पहनाने के बाद उनकी ही पार्टी के नेता बृजेश राजभर ने जोरदार तीन थप्पड़ जड़ दिए। अब इस मामले में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया और यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकश राजभर का बयान सामने आया है। ओपी राजभर ने इस घटना के पीछे सपा चीफ अखिलेश यादव को जिम्मेदारी ठहराया है।
यूपी राजभर ने ‘यूपी तक’ से बातचीत में ओपी राजभर ने कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की बढ़ती ताकत से अखिलेश यादव जी घबराए हुए हैं। राजभर ने कहा कि यहां के 3-4 नेताओं को लालच देकर के अपने साथ बुलाया और कुछ माल दिया, उन्हें गाड़ी दी। उसी को लेकर झगड़ा है।
ओपी राजभर ने आगे कहा कि माल का बंटवारा सही नहीं हो पाया है। कोई ज्यादा ले गया, कोई नहीं ले पाया है। उसी को लेकर करीब सात-आठ महीने से अंदर-अंदर गुत्थम-गुत्था लोग कर रहे है। जब माल का बंटवारा सही से नहीं होगा तो धरा-धरी तो होगी ही। इसके जिम्मेदार अखिलेश यादव जी हैं। हम लोग नहीं।
योगी सरकार के मंत्री ओपी राजभर ने आगे कहा कि वह इस घटना की निंदा करते हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए था। राजभर का दावा है कि सपा चीफ अखिलेश यादव उन्हें कमजोर करने लिए संसाधन और पैसा दे रहे हैं और उसकी के बंटवारे को लेकर मारपीट हुई है।
जौनपुर में घटना के वक्त क्या हुआ था?
यह घटना उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में उस वक्त हुई जब महाराज सुहेलदेव की प्रतिमा अनावरण के लिए एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। ऐसे में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले मऊ के महेंद्र राजभर उर्फ कट्टपा विशेष अतिथि के तौर पर आए थे। महेंद्र राजभर के स्वागत के लिए उनकी पार्टी के पुराने साथी बृजेश राजभर खड़े हुए थे। बृजेश ने पहले ओम प्रकाश राजभर पर बिना नाम लिए निशाना साधा और फिर महेंद्र को माला पहनाई, लेकिन माला पहनाने के तुरंत बाद उन्होंने अचानक महेंद्र को थप्पड़ जड़ दिए। इस घटना के बाद वहां मौजूद लोग हैरान रह गए।
बृजेश राजभर कौन हैं?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बृजेश राजभर वाराणसी के रहने वाले हैं। बृजेश उन नेताओं में हैं, जिन्होंने ओम प्रकाश राजभर की पार्टी छोड़कर शुरुआती दिनों में महेंद्र राजभर का साथ दिया। मारपीट के बाद बृजेश गाली-गलौच करते हुए कहते हैं कि पार्टी हमने बनाई और मलाई तुम खाओगे?
महेंद्र राजभर का सियासी सफर
महेंद्र राजभर का सफर राजनीति में काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। वह करीब 20 साल तक ओपी राजभर के सहयोगी रहे, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “कट्टपा” कहे जाने के बाद वे चर्चा में आए। इसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले घोसी उपचुनाव में महेंद्र ने ओपी राजभर को बड़ा झटका दिया। उन्होंने अपनी अलग पार्टी, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी बनाई और अखिलेश यादव के समर्थन से सुधाकर सिंह को जीत दिलाई। इतना ही नहीं, लोकसभा चुनाव में घोसी सीट पर ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर की हार में भी महेंद्र की भूमिका को श्रेय दिया गया। हाल ही में अखिलेश यादव ने महेंद्र से मुलाकात भी की थी। फिलहाल, इस पिटाई कांड के बाद महेंद्र राजभर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं, मथुरा के मंदिर में जज से मंगलसूत्र छीनने का मामला सामने आया। पढ़ें…पूरी खबर।