उत्तरप्रदेश में कई जिलों में रहस्यमयी बुखार के मामले आने के साथ ही मध्यप्रदेश में भी वायरल बुखार ने कहर मचा दिया है। वायरल बुखार की वजह से मध्यप्रदेश के राजगढ़ में मात्र 7 दिनों के भीतर 422 बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती किए गए। इतना ही नहीं कई बच्चों की तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण उन्हें जिले के बाहर के अस्पतालों में भी रेफर करना पड़ा।
राजगढ़ जिला अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार पिछले 7 दिन में सर्दी, बुखार और निमोनिया के मामले तेजी से बढे हैं। पिछले एक सप्ताह के अंदर 422 बच्चे अस्पताल के ओपीडी में भर्ती किए गए। इसके अलावा तीन बच्चों की तबियत बिगड़ जाने के बाद उन्हें कोमा में भी भर्ती किया गया था। बाद में स्थिति में सुधार नहीं होने पर उन्हें जिले के बाहर के अस्पतालों में रेफर किया गया। जिले में अब वायरल बुखार और निमोनिया के साथ ही टाइफाइड के मामले भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।
जिला अस्पताल में हर दिन बुखार और सर्दी से पीड़ित 10 से 20 बच्चों को ओपीडी में भर्ती किया जा रहा है। इससे पहले करीब 50 बच्चों को हर दिन ओपीडी में भर्ती किया जाता था। गुरुवार को भी करीब 64 बच्चों को भी जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से कई बच्चे गंभीर निमोनिया और सांस लेने में तकलीफ से ग्रसित हैं।
तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से जिला अस्पताल में बेड मिलने में भी समस्या आ रही है। साथ ही अस्पताल में बच्चों के लिए आईसीयू भी उपलब्ध नहीं है। आईसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण भी बच्चों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से भी सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित बच्चे गंभीर निमोनिया समेत कई जटिल बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। इन्हीं वजहों से भी बच्चों की बीमारी बढ़ रही है।
वायरल बुखार के साथ ही मध्यप्रदेश में डेंगू के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गुरुवार को राजधानी भोपाल में 22 नए डेंगू मरीजों के साथ चिकनगुनिया का एक मरीज मिला। अब भोपाल में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 174 हो गई है जबकि चिकनगुनिया के 48 मरीज मिले हैं। इसके साथ ही इंदौर में भी डेंगू के 103 मरीज मिले हैं।