उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने विवादास्पद बयान दिया है। शुक्ला ने कहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के दिल में भारत और भारतीयता के लिए कोई जगह नहीं थी। शुक्ला ने कहा, ‘दुर्भाग्य से मुझे कहने में कोई संकोच नहीं है कि देश के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आज़ाद के हृदय में भारत और भारतीयता के प्रति कोई स्थान नहीं था।’ ये बयान उन्होंने बलिया में दिया।
बता दें कि योगी सरकार में संसदीय कार्य राज्य मंत्री शुक्ला आए दिन विवादास्पद बयान देते रहते हैं। आज शुक्ला ने देश के पहले शिक्षा मंत्री पर भारत की शिक्षा पद्धति को खराब करने का आरोप लगाया। वे बलिया के जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में भाषण दे रहे थे जिस दौरान उन्होंने मौलाना अबुल कलाम आजाद पर ये गंभीर आरोप लगाए।
शुक्ला ने कहा कि भारत में जहां के लोग नहीं चाहते थे कि पाकिस्तान बने वहां पाकिस्तान बनाया गया जबकि जहां के लोग चाहते थे वे सबके सब भारत में ही रह गए। शुक्ला ने आरोप लगाया कि मौलाना आजाद के बाद भी कई लोग रहे हैं जिन्होंने देश की शिक्षा को खराब किया। उन्होंने कहा कि एमसी छागला, नूरुल हसन और हुमायूं कबीर जैसे लोगों ने भारत की शिक्षा पद्धति को नुकसान पहुंचाया।’
#WATCH दुर्भाग्य से मुझे कहने में कोई संकोच नहीं है कि देश के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आज़ाद उनके हृदय में भारत और भारतीयता के प्रति कोई स्थान नहीं था: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, बलिया, उत्तर प्रदेश में pic.twitter.com/cIMrkEaXQT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 23, 2020
मंत्री शुक्ला ने कहा कि इतिहासकारों ने इतिहास में औरंगजेब के किए जुल्मों को जगह नहीं दी जबकि हमेशा अकबर को महान बताने का काम किया। इतिहासकारों ने हमेशा अखंड भारत की बात करने वालों को सांप्रदायिक कहा।
इससे पहले शुक्ला ने कहा था कि लव जिहाद इस्लामीकरण को बढ़ावा देने का काम करता है। उन्होंने यूपी सरकार के लव जिहाद कानून का बचाव करते हुए ये बात कही थी। उन्होंने कहा था कि योगी सरकार ऐसे लोगों के मंसूबे पर पानी फेर देगी जो कि धोखे से हिंदू लड़कियों से शादी करते हैं और उन्हें धर्म बदलने के लिए मजबूर करते हैं।