Vadodara Boat Capsizes News: गुजरात के वडोदरा नाव हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 14 छात्र और दो शिक्षक शामिल हैं। हरनी झील में नाव पटल जाने से मृतकों के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वहीं एक ऐसे दंपत्ति भी हैं जिन्हें शादी के 17 साल बाद माता-पिता बनने का सुख प्राप्त हुआ था मगर इस हादसे ने उनके दोनों बच्चों को उनसे छीन लिया। यह परिवार अजवा रोड पर रहता है। बेटा दूसरी और बेटी तीसरी कक्षा में पढ़ती थी। दरअसल, न्यू सनराइज स्कूल के छात्र शिक्षकों के साथ गुरुवार को पिकनिक मनाने गए थे।
शादी के 17 साल बाद दंपत्ति बने थे माता-पिता
हमारे सहयोगी द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के समय दंपति के रिश्तेदार ने कहा कि दोनों बच्चों को झील से बाहर निकालने के बाद प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका। रिश्तेदान ने आगे कहा कि वे दोनों अपने माता-पिता की शादी के 17 साल बाद पैदा हुए थे। उनका जब जन्म हुआ तो परिवार के लोग काफी खुश हुए थे। उनके जन्म के लिए दंपत्ति ने कई सालों तक मंदिर में मन्नत मांगी, पूजा की। रिश्तेदार ने बताया कि फिलहाल बच्चे के पिता यूनाइटेड किंगडम से वडोदरा आ रहे हैं।
वहीं पैनीगेट मस्जिद के मौलवी मुफ्ती इमरान ने कहा कि परिवार ने एसएसजी अस्पताल में सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। यहां दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। उन्होंने आगे कहा, ” बच्चों के पिता के आने के बाद उनके शवों को अंतिम संस्कार के लिए बरामद किया जाएगा।” हादसे की वजह से परिवार गमगीन है।
दरअसल, छात्र पिकनिक मनाने आए थे और हरनी झील में नाव की सवारी कर रहे थे, उसी समय हादसा हो गया। वहीं जो छात्र बच गए हैं उनका एसएसजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
गृह राज्य मंत्री सांघवी ने कहा- आयोजकों की गलती के कारण हुआ हादसा
मामले में गुजरात के गृह राज्य मंत्री सांघवी ने मीडिया कहा, ‘‘नौका पलटने की घटना में 14 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। वहीं 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचाया गया। हमें पता चला है कि नौका पर केवल 10 छात्र ही लाइफ जैकेट पहने हुए थे जो साबित करता है कि इसमें आयोजकों की गलती थी।’’
सांघवी ने आगे कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।