कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने आशंका जताई है कि केंद्र सरकार कभी भी राष्ट्रपति शासन हटा कर भाजपा की सरकार राज्य में बनवा सकती है और अपने किसी भी प्यादे को मुख्यमंत्री बना सकती है। उपाध्याय बुधवार (20अप्रैल) देर शाम देहरादून में पत्रकारों से बात कर रहे थे।

उपाध्याय ने कहा कि जिस तरह से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्यपाल के रावत सरकार को 28 मार्च को बहुमत साबित करने के आदेश की अवहेलना कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया और जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए बर्खास्त कर दिया। और विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करने तक मौका नहीं दिया।

उपाध्याय ने कहा कि अब फिर से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए राज्य में भाजपा की सरकार बनाने के लिए राज्यपाल पर दबाव डाल सकती है। वह राज्यपाल को भाजपा की सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए दबाव डाल रही है।

उपाध्याय ने बताया कि बुधवार (20 अप्रैल) को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल डॉ केके पॉल से मिला।प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर राज्य में किसी भी तरह का अलोकतांत्रिक कदम न उठाए जाने की बात कही। राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यदि केंद्र के इशारे पर राज्य में कोई अलोकतांत्रिक कदम उठाया गया तो उसके लिए राज्य में किसी भी तरह की विषम परिस्थितियां पैदा होने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जिम्मेदार होगी।