हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाला वाकया हुआ है। इस मामले में एक महिला वकील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलवाकर एक कथित भाजपा नेता पर अपने यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इसके बाद महिला वकील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच ही अपने सर को मूंड दिया। महिला वकील ने जिसे आरोपी बताया है वह भी वकील है और लखनऊ हाई कोर्ट मेें पीड़िता का वरिष्ठ सहयोगी है।
पीड़िता महिला वकील ने बताया कि आरोपी का नाम एडवोकेट सतीश शर्मा है। महिला का आरोप है कि सतीश शर्मा ने उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया है और उसे बीते तीन सालों से ब्लैकमेल कर रहा है। उसकी अनुचित हरकतों से तंग आकर महिला ने पुलिस की शरण ली। आरोप है कि पुलिस ने उसकी शिकायत सुनने के एवज में रिश्वत की मांग की। महिला ने दावा किया कि वह आरोपी एडवोकेट सतीश शर्मा के अत्याचारों और पुलिस की नाकामी से तंग आकर अपने बाल मूंड रही है।
दलित होने के कारण सहे अत्याचार: महिला वकील का दावा था कि उसने प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ इसीलिए बुलाई है क्योंकि वह आरोपी सतीश शर्मा को दुनिया के सामने बेनकाब करना चाहती है। पीड़िता ने अपने बाल मूंडने के सवाल पर जवाब दिया कि, आरोपी एडवोकेट सतीश शर्मा ने पहले ही उसके बालों का बड़ा हिस्सा काट दिया है। महिला ने पत्रकारों को बुलाकर अपने जख्म भी दिखाए। पीड़ित महिला का दावा है कि आरोपी बड़ा भाजपा नेता है और उसके पास राजनीतिक पहुंच है जो उसे पुलिस की पकड़ से बचा लेती है। महिला ने कहा, ‘अब कुछ भी शेष नहीं बचा है। मैं भयभीत हूं क्योंकि सतीश शर्मा ने शिकायत करने पर मेरे परिवार का अहित करने की धमकी दी है। मुझे ये सब सिर्फ इसलिए सहन करना पड़ रहा है क्योंकि मैं दलित हूं और पिछड़े वर्ग से आती हूं।’
भाजपा नेताओं से हैं आरोपी के रिश्ते : हालांकि आरोपी एडवोकेट सतीश शर्मा इस मामले पर जवाब देने के लिए नहीं मिल सके। लेकिन सूत्र बताते हैं कि सतीश शर्मा भाजपा का प्राथमिक सदस्य भी नहीं है। लेकिन वह कई भाजपा नेताओं के मुकदमों का वकील जरूर है। ये मामला भी बिल्कुल वैसा ही है, जिसमें यूपी के उन्नाव जिले से भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में जेल जाना पड़ा था।