UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूछा कि रामदुलाल गोंड अभी भी विधायक क्यों हैं? अखिलेश यादव ने शनिवार को आश्चर्य जताया कि क्या विधायक रामदुलार गोंड, जिन्हें बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया था और सजा सुनाई गई थी, उनको अभी भी उनके पद से केवल इसलिए नहीं हटाया गया है क्योंकि वह भाजपा से हैं।

सपा प्रमुख ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘भाजपा के दुद्धी (सोनभद्र) विधायक को बलात्कार के मामले में 25 साल की कैद और 10 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है, फिर भी अब तक उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द नहीं की गई है। अखिलेश ने पूछा कि क्या उन्हें विशेष सम्मान और छूट इसलिए दी जा रही है क्योंकि वह बीजेपी विधायक हैं? जनता पूछ रही है कि बुलडोजर कार्रवाई आज होगी या कल?’

सोनभद्र की एक एमपी-एमएलए कोर्ट ने शुक्रवार को दुद्धी विधानसभा क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट) से भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को नौ मामलों में दोषी ठहराते हुए 25 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई और उन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। उन पर नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है, जो एक साल पुराना है।

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार, कोई भी जन प्रतिनिधि जो दो या अधिक वर्षों के लिए जेल में बंद है, उसे सजा की तारीख से सदन की सदस्यता के लिए अयोग्य माना जाएगा। इसमें कहा गया है कि सजा पूरी होने के बाद ऐसा व्यक्ति अगले छह साल के लिए सदन की सदस्यता के लिए पात्र नहीं होगा।

अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में पार्टी के राज्य मुख्यालय में सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी पीडीए (पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यक) के समर्थन से उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हरा देगी।

उन्होंने कहा, ”लोग 2024 के लोकसभा चुनाव में देश में बदलाव लाएंगे।” यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी से कोई भी खुश नहीं है और वे सभी इससे तंग आ चुके हैं।

अखिलेश ने कहा कि जनता के सामने बीजेपी की कोई ताकत नहीं है। भाजपा सरकार में समाज का हर वर्ग महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी से त्रस्त है। लोग भाजपा सरकार से तंग आ चुके हैं और सभी ने इंडिया गठबंधन (विपक्षी दलों का एक समूह) और पीडीए को ताकत देने और भाजपा को हराने का फैसला किया है।

यादव ने भाजपा पर लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया और कार्यकर्ताओं को पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ इसकी “षड्यंत्रकारी रणनीति” के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हमें बीजेपी की चालों से सावधान रहना होगा… (उसने) फूट डालो और राज करो की नीति अंग्रेजों से सीखी है।”