UP MLC में सपा की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम वापस लेने से बीजेपी को वाकआउट मिल गया तो कुछ जगहों पर अखिलेश के प्रत्याशियों के नामांकन पत्र फाड़े जाने की घटनाएं सामने आई हैं। ताजा घटना में सुल्तानपुर-अमेठी सीट से सपा प्रत्याशी के पति पर आज केस दर्ज केस दर्ज करने के बाद उनके दो समर्थक नेताओं राहेत यादव और इजहार अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया।

सपा उम्मीदवार शिल्पा के पति अनिल प्रजापति पर यह केस सादीपुर के बीडीसी की तहरीर पर दर्ज हुआ है। बीडीसी की शिकायत है कि चुनाव में वोट देने के लिए एक लाख रुपये नहीं लेने पर अनिल ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे जान से मारने की धमकी दी है। तहरीर के मुताबिक 21 मार्च की रात करीब आठ बजे अनिल आए और एमएलसी चुनाव में वोट देने के लिए एक लाख रुपये ऑफर किए।

उधर राहेत यादव और इजहार अहमद को एक कॉल रिकार्डिंग के आधार पर हिरासत में लिया गया। अनिल के खिलाफ मंगलवार को भी एक केस जगदीशपुर थाने में दर्ज हुआ था। इस केस में सपा के जिला सचिव राहेत यादव व जगदीशपुर के विधानसभा अध्यक्ष इजहार अहमद का नाम भी शामिल है। ये मामला भाजपा के एमएलसी प्रत्याशी शैलेंद्र प्रताप सिंह की तहरीर पर दर्ज हुआ था।

फिलहाल यूपी में असेंबली चुनाव के दौरान सपा और भाजपा के बीच पैदा हुई कड़वाहट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इससे पहले आज दिन में एमएलसी चुनाव के लिए होने वाले नामांकन के दौरान फरुखाबाद के फतहगढ़ स्थिति कलेक्ट्रेट में दोनों पार्टियों के वर्कर एक दूसरे से भिड़ गए। पहले नारेबाजी हुई और उसके बाद हाथापाई के बाद चप्पलें तक चलती दिखीं।

उधर, मिर्जापुर और हरदोई में सपा प्रत्याशियों ने अखिलेश यादव के साथ दगाबाजी की। आज मिर्जापुर से सपा के एमएलसी प्रत्याशी रमेश यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया। हरदोई में भी सपा के अधिकृत प्रत्याशी रजीउद्दीन ने नामांकन वापसी के दिन अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।