उत्तर प्रदेश में चाचा-भतीजे (शिवपाल-अखिलेश) के बीच चल रही तनातनी के बीच भारतीय जनता पार्टी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश अपने पिता को लात मारकर खुद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बन गए। इतना ही नहीं नंदी ने समाजवादी को ‘समाप्तवादी पार्टी’ बनाने में अखिलेश का ही हाथ बताया।

मीडिया से बात करते हुए यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि अखिलेश यादव की बचकानी हरकतें सबने देखी हैं। जैसे कांग्रेस की लुटिया डुबाने में राहुल गांधी का हाथ है वैसे समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी बनाने का काम टीपू (अखिलेश यादव) ने किया है। उन्होंने राहुल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि लोग अब अपने बच्चे का नाम पप्पू नहीं रखना चाहते।

नंदी ने कहा, “उत्तर प्रदेश की जनता अच्छी तरह जानती है कि समाजवादी पार्टी के तथाकथित राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता को ही लात मारकर स्वयंभू अध्यक्ष बन गए। नंदी ने अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा कि कहीं टोटी की फोटो बना दो तो लोग अखिलेश यादव बोलने लगते हैं।

जनता ने दिया जवाब: नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि अखिलेश यादव छोटी सोच वाले हैं। इतने बड़े प्रदेश के मुखिया रहने के बावजूद सरकारी आवास से टोटी खोलकर ले गए। कोई किराए का मकान भी छोड़कर जाता है तो इस तरह टोटी खोलकर नहीं ले जाता। नंदी ने कहा कि अखिलेश जिन्ना को अपना आदर्श बताते हैं, सत्ता की भूख और हवस में वह ओसामा बिन लादेन को अपना आदर्श बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के बारे में मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है, ऐसे लोगों को जनता ने खुद अपना जवाब दे दिया है।

चाचा-भतीजे के बीच तनातनी: हाल ही में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव ने भतीजे अखिलेश यादव के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि जिसे चलना सिखाया वही उन्हें रौंदता रहा। शिवपाल यादव के इस बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ट्वीट कर कहा था, “पिता समान चाचा का यह कहना बताता है कि अखिलेश यादव एक दंभी, अहंकारी और एहसानफरामोश व्यक्ति हैं।” उन्होंने लिखा, “जिस तरह से पप्पू ने कांग्रेस मुक्त भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उसी तरह टीपू भी सपा को समाप्तवादी पार्टी बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।”