योगी सरकार के लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शपथग्रहण लेने के फैसले पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि पहले ये स्टेडियम भगवान विष्णु के नाम पर था। बीजेपी ने इकाना का नाम पहले बदला। सरकार के पास कोई दूसरी जगह नहीं है शपथ लेने के लिए। जो जगह समाजवादी सरकार ने बनाई उसी में शपथग्रहण होने जा रहा है। योगी सरकार के पास अपना काम कहने के लिए सिर्फ सपा के बनाए प्रोजेक्ट ही हैं।

अखिलेश ने कहा कि यूपी चुनाव में समाजवादियों की नैतिक जीत हुई है। हमारा वोटबैंक पहले से बढ़ा है जबकि बीजेपी का वोटबैंक घटा है। जनता ने हमारे प्रति विश्वास जताकर पहले से ज्यादा सीटें दी हैं। सपा सुप्रीमो का कहना है कि हम लोगों ने जनता के सहयोग से चुनाव लड़ा और बेहतर प्रदर्शन किया। आने वाले समय में भाजपा और ज्यादा घटने जा रही है। जबकि सपा का ग्राफ लगातार बढ़ता ही रहेगा। लोग हमारे साथ हैं।

सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्‍यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह होली के बाद 21 मार्च को प्रस्तावित है। इकाना स्टेडियम में होने जा रहे इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और देशभर के प्रमुख नेता शामिल होंगे।

उनका कहना था कि अभी भी बुनियादी सवाल अनसुलझे हैं। बेरोजगारी हो या महंगाई। बीजेपी को इन दोनों सवालों का जवाब खोजना होगा। बेरोजगारी को लेकर सरकार को जल्द कोई समाधान निकालना होगा। युवा जहर खाकर खुदकुशी कर रहे हैं। बीजेपी की अब जनता के प्रति जवाबदेही है। सरकार उनकी है लिहाजा उन्हें लोगों की समस्या दूर करनी ही होगी। उनका काम है कि हर चीज का समाधान निकालें।

कश्मीर फाइल्स फिल्म के जिक्र पर सपा प्रमुख ने कहा कि हमारे पड़ोस में भी एक जिला है लखीमपुर। उस पर भी एक फिल्म बननी चाहिए। वहां किसानों पर गाड़ी चढ़ाई गई थी। लोगों को उस घटना की सच्चाई बताने के लिए लखीमपुर पर फिल्म बनाई जानी चाहिए। सपा प्रमुख ने कहा कि वास्तविक मुद्दों पर से ध्यान हटाने के लिए ही ये फिल्म बनाई गई है। जबकि इस समय पर ऐसे मुद्दों की चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं है।