लखनऊ के कैसरबाग कोर्ट में बुधवार (7 जून) को गैंगस्टर संजीव महेश्वरी जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर वकील की ड्रेस में कोर्ट में आया था। बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में आरोपी संजीव महेश्वरी मुख्तार अंसारी का करीबी था। बुधवार को पेशी के लिए संजीव को कोर्ट में लाया गया था जब उसकी हत्या कर दी गयी।

हत्यारों ने तैयार रखा था प्लान B

सआईटी ने जांच की कमान संभाल ली है। कल रात एसआईटी की टीम मौके पर पहुंची थी। गैंगस्टर संजीव जीवा पर 6 गोलियां दागी गई थीं, इस गोलीकांड में चार-पांच लोगों के घायल होने की भी खबर है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल रिवॉल्वर को भी बरामद कर लिया है। इस बीच जानकारी सामने आई है कि संजीव जीवा की हत्या करने पहुंचे शूटरों ने प्लान बी भी तैयार किया था। शूटर के साथ तीन लोग मौजूद थे, जो शूटर को बैकअप दे रहे थे और मिस होने या कोई गलती होने पर तीनों बैकअप सपोर्ट करते।

संजीव जीवा की हत्या करने वाले मुख्य शूटर ने 7 दिनों में रेकी की और फिर हत्या को अंजाम दिया। हत्या से पहले शूटर कई बार कोर्ट आया और जीवा से जुड़ी जानकारी इकट्ठा की। यही नहीं शूटर ने जिस कोर्ट रूम में हत्या की वहां एक-दो बार पहले भी जाकर रेकी की। शूटर ने रिवॉल्वर भी कोर्ट परिसर के अंदर छिपा कर रखी हुई थी।

CM योगी ने घटना की जांच के लिए बनाई SIT

CM योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए SIT (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) बनाई है। 7 दिन में रिपोर्ट मांगी गयी है। SIT में ADG टेक्निकल मोहित अग्रवाल, नीलब्जा चौधरी और अयोध्या आईजी प्रवीण कुमार को शामिल किया गया है। वहीं, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने कचहरी पहुंचकर मामले की जानकारी ली है। पुलिस ने एक हमलावर को हिरासत में लिया है। हत्यारे की पहचान विजय यादव निवासी केराकत जिला जौनपुर के रूप में हुई है। पुलिस फिलहाल छानबीन में जुटी हुई है।

53 दिन में पुलिस कस्टडी में तीसरी हत्या

संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को बुधवार सुबह करीब 11:30 बजे लखनऊ जिला जेल से सेशन कोर्ट के लिए रवाना किया गया था। उसकी सुरक्षा में 10 पुलिसकर्मी थे। इनमें दो एसआई, पांच कॉन्स्टेबल और तीन हेड कॉन्स्टेबल थे। पुलिसकर्मी जीवा को लेकर दोपहर करीब दो बजे कोर्ट पहुंचे थे। पुलिस अभिरक्षा में 10 सशस्त्र पुलिसकर्मियों के तैनात होने के बावजूद कोर्ट रूम में बंदी की हत्या ने पुलिस के सुरक्षा के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे पहले, 15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या हुई थी। यानी, 53 दिन में पुलिस कस्टडी में यह तीसरी हत्या है।

कौन है संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा

मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर जीवा के खिलाफ 24 मामले दर्ज थे। पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में उसे सजा हुई थी। वहीं, बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या समेत मर्डर के पांच मामलों में वह दोषमुक्त हो गया था। गैंगस्टर संजीव के बारे में कहा जाता है कि इसने कंपाउंडर से गैंगस्टर बनने का सफर तय किया है।