आशीष दुबे
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर गौतमबुद्ध नगर में पहले से मजबूत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने घर और बाहर के नेताओं को साधने में अभी तक अन्य दलों से काफी आगे रही है। गत दिनों बसपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री वेदराम भाटी भाजपा से जुड़ गए थे। उनके साथ बसपा से नोएडा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ चुके रविकांत मिश्रा ने भी भाजपा का दामन थामा था। इसी कड़ी में नोएडा से भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष नवाब सिंह नागर को लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान का अध्यक्ष बनाया गया है। राजनैतिक जानकार दर्जा प्राप्त मंत्री के समकक्ष इस पद को चुनाव घोषित होने से ऐन पहले मनोनीत करने को भी घर के अंदर वाले विरोधियों को मनाने का कदम बता रहे हैं।
गौतमबुद्ध नगर में वर्तमान सांसद एवं केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा के विधायक बनने से पहले नवाब सिंह नागर यहां के विधायक रहे थे। तब यहां नोएडा अलग विधानसभा नहीं थी। विधायक के साथ नवाब सिंह नागर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे थे। उनके बाद डॉ महेश शर्मा भाजपा से इलाके के सिरमौर बन गए। पहले विधायक और फिर सांसद बने डॉ महेश शर्मा से नवाब सिंह नागर की ज्यादा नजदीकी नहीं रही है। दोनों को अलग-अलग खेमे का मानकर उनसे जुड़े पार्टी के कार्यकर्ता भी बंट गए हैं। इस खींचतान से आगामी चुनाव में भाजपा को नुकसान होने की भी आशंका मानी जा रही थी। हालांकि प्रत्यक्ष रूप से इसको लेकर कोई बयानबाजी नहीं हुई है। जानकार मान रहे हैं कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने से ठीक पहले नवाब सिंह नागर को दर्जा प्राप्त मंत्री का दर्जा देना नाराजगी को दूर कर भाजपा को मजबूत बनाने की कारगर पहल साबित होगी। इससे पहले दादरी, जेवर आदि इलाकों में गुर्जुर मतदाताओं में अच्छी पकड़ रखने वाले बसपा के नेता एवं पूर्व मंत्री वेदराम भाटी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके साथ पिछले विधानसभा चुनाव में नोएडा सीट से बसपा प्रत्याशी रहे रविकांत मिश्रा ने भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नागर पांडे की मौजूदगी में भाजपा से नाता जोड़ा था। इन दोनों नेताओं के भाजपा से जुड़ने से इलाके में भाजपा प्रत्याशी को मजबूती मिलेगी।
आचार संहिता लगते ही चला अवैध होर्डिंग के खिलाफ अभियान
आदर्श आचार संहिता लगते ही प्राधिकरण ने अवैध होर्डिंग, बैनरों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। प्राधिकरण ने इलाके में स्थापित राजनैतिक दलों के बैनर, बोर्ड, होर्डिंग, पोस्टर आदि हटाने का काम शुरू किया गया। 24 घंटे के भीतर 55 बड़े होर्डिंग, बिजली के खंभों पर लगे 800 बैनर, दीवारों पर लगे 450 पोस्टर और 190 बैनर हटाए गए। प्राधिकरण के मुख्य अभियंता राजीव त्यागी के मुताबिक, शहर के सभी बह्या और आंतरिक स्थानों पर लगी प्रचार सामग्री को हटाने की जिम्मेदारी वर्क सर्कल प्रभारियों को दी गई है। हटाने के अभियान में ट्रैक्टर, हाइड्रा, छोटी क्रेन, लिफ्ट मशीनों के अलावा 200 से ज्यादा कर्मी लगाए गए। उन्होंने आम जनता से अवैध रूप से लगने वाले होर्डिंग, बैनर, पोस्टरों आदि के लिए लोगों से शिकायत दर्ज कराने को कहा है। साथ ही आगे अवैध होर्डिंग, बैनर लगाने वालों पर भारी जुर्माना लगाने की चेतावनी भी दी है।