UP NEWS: देश के नए संसद भवन की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश में नया विधानसभा भवन बनाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, योगी सरकार देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर यूपी विधानसभा भवन की आधारशिला रख सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नया विधान भवन 2027 से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। तीन हजार करोड़ की लागत से नया विधान भवन बनाया जाएगा।
नया विधानभवन लखनऊ के दारुलशफा इलाके में बनाया जाएगा। नए भवन का शिलान्यास इस साल 25 दिसंबर को अटल जयंती पर किया जाएगा। भवन को 2027 तक बनकर तैयार करने की समय सीमा बताई जा रही है। मौजूदा विधानसभा की बिल्डिंग 100 साल से भी अधिक पुरानी है। इसमें जगह भी कम है। भविष्य में सदस्यों की संख्या और जरूरतों को देखते हुए नए विधानसभा की जरूरत महसूस की जा रही है।
बता दें, नए विधानसभा भवन का प्रस्ताव पहले ही पास हो चुका है। मौजूदा विधानसभा भवन 100 साल से अधिक पुराना है, जो लखनऊ के हजरतगंज में स्थित है। हजरतगंज राजधानी का प्रमुख क्षेत्र है। ऐसे में जब विधानसभा की कार्रवाई चलती है तो ऐसे में आम जनमानस को ट्रैफिक की समस्याओं से भी जूझना पड़ता है।
21 फरवरी, 1928 को हुआ था मौजूदा विधानभवन का उद्घाटन
मौजूदा विधानभवन करीब 100 साल पुराना है। इसकी नींव 15 दिसंबर, 1922 को तत्कालीन गर्वनर सर स्पेंसर हरकोर्ट बटलर ने रखी थी। यह भवन करीब छह साल में बनकर तैयार हुआ था। 21 फरवरी, 1928 को इसका उद्गाटन किया गया था। मौजूदा विधानभवन का निर्माण कोलकाता की मेसर्स मार्टिन एंड कंपनी ने किया था। इसके मुख्य आर्किटेक्ट सर स्विनोन जैकब और हीरा सिंह थे। उस वक्त विधानसभा के निर्माण के लिए 21 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। यूपी का मौजूदा विधानभवन यूरोपियन और अवधी निर्माण की मिश्रित शैली का उतकृष्ट उदाहरण है। इसमें फिलहाल 403 विधायकों की बैठने की व्यवस्था है।
जुलाई 1935 में विधान परिषदों की बैठकों और कार्यालय कक्षों के लिए एक अलग चैंबर का प्रस्ताव किया गया था। एक्सटेंशन भवन का निर्माण मुख्य वास्तुविद एएम मार्टीमर ने कराया था। इसे लोक निर्माण विभाग की देखरेख में नवंबर 1937 में पूरा किया गया था। विधान परिषद में फिलहाल 100 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है।