पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर हुए कानपुर दंगों को लेकर इन दिनों न्यूज चैनलों पर चर्चा जोरों पर है। ऐसी ही एक डिबेट एबीपी न्यूज चैनल पर हुई, जहां कानपुर दंगों को लेकर मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा कि मैं आज सरकार से मांग करता हूं कि भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल ने पैगंबर मोहम्मद साहब के बारे में जो कुछ कहा है। उसके लिए दोनों को तुरंत जेल में डालना चाहिए अन्यथा कानपुर जैसे और भी दंगे हो सकते हैं।
ठेले पर पत्थर को लेकर भिड़े: एंकर कानपुर में ठेले पर पत्थर लाने को लेकर मौलाना से सवाल किया। इस पर मौलाना रशीदी भड़क गए उन्होंने एंकर पर गलत रिपोर्ट चलाने और मुसलमानों को बदनाम करने का आरोप लगाया। मौलाना रशीदी ने कहा कि आप बिना सबूतों के ऐसी रिपोर्ट चला रही है। अगर मैं आपके दफ्तर से निकलो और कोई दंगा करे और मैं ईट उठाकर मारूं तो क्या मैं ठेले पर पत्थर भरकर लाया था।
मौलाना रशीदी के आरोप के एंकर ने कानपुर दंगों की एक फोटो दिखाई, जिसमें कथित तौर पर कुछ युवक ठेले पर पत्थर जमा कर ले जाते हुए दिख रहे हैं। इस तस्वीर पर मौलाना रशीदी ने कहा ये सड़कों से जमा किए हुए पत्थर है कोई इन्हें अपने साथ लेकर नहीं आया है।
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में भाजपा ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। नूपुर शर्मा को 6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है। नवीन कुमार जिंदल दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड है उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर कुछ विवादित ट्वीट किए थे।
कानपुर दंगों पर एक्शन में पुलिस: कानपुर में विवादित टिप्पणी को लेकर भड़की हिंसा पर उत्तर पुलिस एक्शन में दिखाई दे रही है। पुलिस की ओर से इस हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता जफर हाशमी समेत 29 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। वहीं, इस हिंसा में कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का हाथ होने का भी दावा किया जा रहा है हालांकि यूपी पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है।