यूपी के अलीगढ़ में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी एक ऐसी यूनिवर्सिटी है जिसका नाम तो वहां सबने सुना है पर शायद ही किसी को ध्यान हो कि वह कहां पर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अलीगढ़ के अचल ताल नाम की जगह में उस यूनिवर्सिटी के ‘कैंपस’ पर अब चूरन की दुकान खुल गई है और यूनिवर्सिटी का वीसी अब वहां बैठकर ‘रोमांचक चूरन’ बेचने लगा है।
दरअसल 30 जून को UGC की तरफ से 22 यूनिवर्सिटी को फर्जी करार दिया गया है। उस लिस्ट में यूपी की आठ यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इन्हीं आठ में से एक सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी थी। जिसे अब बंद कर दिया गया है। इसके मालिक और वीसी 61 साल के श्याम सुंदर शर्मा थे। वह फिलहाल चूरन की दुकान खोलकर बैठे हैं। यह दुकान उसी कमरे में हैं जिससे एक कमरे की वह यूनिवर्सिटी चलाई जा रही थी।
क्यों बंद हुई ‘दुकान’
2010 में बने यूजीसी के नियमों के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के वीसी बनने के लिए टीचिंग में कम से कम 10 साल का एक्सपीरियंस होना चाहिए। उनके पास यह नहीं था। अबतक उनकी यूनिवर्सिटी में सिर्फ 90 बच्चों ने दाखिला ले रखा था। ये सब पांचवी क्लास तक के थे। श्याम के खिलाफ 1990 में धोखाधड़ी का एक मामला भी दर्ज हुआ। उसका केस अबतक चल रहा है।
श्याम सुंदर जो की एक वैद के बेटे हैं उन्होंने बीएसई भी पास नहीं किया है। उन्होंने सिर्फ सोशल सर्विस में आगरा यूनिवर्सिटी से एक सर्टिफिकेट कोर्स किया है। सुभाष चंद्र बोस के फैन होने की वजह से उन्होंने अपनी यूनिवर्सिटी का नाम सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी रखा। उनका कहना है कि वह फिर से यूनिवर्सिटी जरूर खोलेंगे चाहे वीसी किसी पढ़े लिखे शख्स को बनाना पड़े।