राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव चौधरी लौटन राम निषाद ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) की करारी हार में अपर्णा यादव व रंजना बाजपेयी को दोषी ठहराया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर अपर्णा यादव ने विधानसभा चुनाव के दौरान जातिगत आरक्षण का विरोध करते हुए आर्थिक आधार पर आरक्षण की वकालत की, जिससे पिछड़े व दलित सपा समर्थक सपा के विरोध में हो गए।उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ के पैटर्न पर लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सचिव अनिल यादव द्वारा लोक सेवा आयोग की भर्तियों में त्रिस्तरीय आरक्षण व्यवस्था किया गया था।

सपा महिला मोर्चा की अध्यक्षा रंजना बाजपेयी के बहकावे में सपा सरकार ने त्रिस्तरीय आरक्षण व्यवस्था को खत्म कर दिया, जिससे पिछड़ों, दलितों के साथ-साथ सपा के परंपरागत मतदाताओं ने भी चुनाव में नाराजगी जताई।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का रिमोट कंट्रोल नागपुर में आरएसएस के पास होता है, जो झूठ-फरेब व चालबाजी की राजनीति की भूमिका बनाने में माहिर है। भाजपा अतिपिछड़ों, अतिदलितों को मात्र वोट बैंक समझती है।