कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा था। दरअसल समाजवादी पार्टी के विधायक दारा सिंह चौहान ने समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली। दारा सिंह चौहान घोसी विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे और उन्होंने अपनी विधायकी से भी इस्तीफा दे दिया। वहीं अब घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान हो चुका है और बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को ही टिकट दिया है।

5 सितंबर को घोसी विधानसभा सीट पर होगी वोटिंग

घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 17 अगस्त तक नामांकन होगा। वहीं 21 अगस्त तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं। घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 5 सितंबर को मतदान होगा और 8 सितंबर को वोटों की गिनती होगी। इसी दिन नतीजे भी आएंगे।

2022 में हुए थे सपा में शामिल

दारा सिंह चौहान 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने उनको घोसी से ही टिकट दिया और वह फिर से जीतकर विधानसभा पहुंचे। लेकिन करीब 1 साल बाद उन्होंने फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया। दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और इसके बाद बीजेपी की सदस्यता ली थी।

सपा ने सुधाकर सिंह को दिया टिकट

समाजवादी पार्टी ने भी घोसी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है समाजवादी पार्टी ने घोसी विधानसभा सीट से सुधाकर सिंह को उम्मीदवार बताया बनाया है समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को घोसी सीट को लेकर जिले के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी और उसके बाद सुधाकर सिंह को उम्मीदवार बनाया।

समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह दो बार विधायक रह चुके हैं। वर्ष 1996 नाथूपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। इसके बाद परिसीमन हुआ और इसका नाम बदलकर घोसी कर दिया गया। 2012 के चुनाव में भी सुधाकर सिंह यहां से जीते थे।

घोसी सीट का समीकरण

अगर हम घोसी के जातिगत समीकरण की बात करें तो सीट पर सवर्णों और पिछड़ों का वर्चस्व माना जाता है। इस विधानसभा सीट पर करीब 70000 आबादी स्वर्ण समाज की है तो वहीं डेढ़ लाख आबादी ओबीसी समाज की है। इस सीट पर दलित भी करीब 60 हजार की संख्या में हैं, जबकि मुस्लिम 70000 हैं।

आसान नहीं दारा सिंह चौहान की राह

बीजेपी ने ओबीसी समाज से आने वाले दारा सिंह चौहान को खड़ा कर पिछड़ों और स्वर्ण को लामबंद करने की कोशिश की है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने बड़ा दांव खेलते हुए स्वर्ण उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी को उम्मीद है कि सुधाकर सिंह को उतारकर यादव, ठाकुर और मुसलमान वोटों की मदद से वह इस सीट पर उपचुनाव जीत सकती है। इसलिए दारा सिंह चौहान के लिए यहां पर आसान लड़ाई नहीं होने वाली है।