Bundelkhand Industrial Township: नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड में नया औद्योगिक शहर बसाया जाएगा। झांसी-ग्वालियर मार्ग पर औद्योगिक टाउनशिप बनाई जाएगी। 1976 में नोएडा के गठन के बाद नई औद्योगिक टाउनशिप को लेकर योगी सरकार ने फैसला लिया है। इससे झांसी और उसके आसपास के क्षेत्रों का नया कायाकल्प होगा। साथ ही रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। लोकभवन में सीएम योगी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में सरकार ने नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड में नया औद्योगिक शहर बसाने की मंजूरी दी है। इससे बुंदेलखंड के जिलों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।
मंत्री सुरेश खन्ना ने दी जानकारी-
कैबिनेट बैठक के बाद राज्य के वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रस्तावित औद्योगिक टाउनशिप परियोजना के पहले चरण में झांसी जिले के 33 राजस्व गांवों की 35,000 एकड़ को अधिग्रहीत कर औद्योगिक शहर की स्थापना की जाएगी। इस जमीन की कीमत 6312 करोड़ रुपये है।
सुरेश खन्ना ने बताया कि बुंदलेखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गठन लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में सरकारी की ओर से पांच हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई थी। इस वर्ष (23-24) में मुख्यमंत्री औद्योगिक क्षेत्र विस्तारीकरण व नए औद्योगिक क्षेत्र प्रोत्साहन योजना मद के तहत ऋण के रूप में 5000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। जो जमीन अधिग्रहीत की जाएगी, उसमें 8 हजार एकड़ जमीन ग्राम समाज की है।
मंत्री ने दावा किया कि यूपी के विकास के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना एक बड़ा फैसला है। खन्ना ने कहा, इस फैसले से झाँसी को बड़े पैमाने पर विकास करने में मदद मिलेगी। झाँसी में एक नया हवाई अड्डा भी बन रहा है, जबकि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे पहले ही बन चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर स्थित टाउनशिप को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के माध्यम से बाकी एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।
बुंदेलखंड को हाल ही में कई परियोजनाओं की मिल चुकी सौगात, जानिए वजह
एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय न केवल व्यापक विकास ढांचे में बुन्देलखण्ड के एकीकरण को सुनिश्चित करेगा, बल्कि रोजगार भी पैदा करेगा और क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास भी करेगा। बुन्देलखण्ड को हाल ही में कई बड़ी-बड़ी परियोजनाएं मिली हैं, क्योंकि इस क्षेत्र के चार लोकसभा क्षेत्रों झाँसी, जालौन, हमीरपुर और बांदा ने पिछले दो संसदीय चुनावों में भाजपा को वोट दिया है।
पिछले साल जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था, जिसे 14,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था।
सरकार ने क्षेत्र के ललितपुर जिले में राज्य का पहला फार्मास्युटिकल पार्क भी प्रस्तावित किया है। क्षेत्र में भूमि की आसान उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार बुन्देलखण्ड में एक ‘हरित ऊर्जा गलियारा’ स्थापित करने की प्रक्रिया में भी है, जो अल्ट्रा-मेगा से सौर ऊर्जा का 2600 किलोमीटर लंबा ट्रांसमिशन नेटवर्क प्रस्तावित है।
वहीं बुंदेलखंड के डिफेंस कॉरिडोर को सरकार ने 400 करोड़ रुपए देने का एलान किया है। केन्द्र सरकार के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर में उत्तरप्रदेश के बुंदलेखंड के सात जिलों झांसी, जालौन, ललितपुर, चित्रकूट, हमीरपुर, बांदा और महोबा को शामिल किया गया है।