भारतीय जनता पार्टी के सांसद रवींद्र कुशवाहा ने राम मंदिर मामले को उठाते हुए एक विवादित बयान दे डाला। बीते काफी समय से मंदिर जल्द बनाने की मांग का पुरजोर समर्थन कर रहे कुशवाहा ने कोर्ट में मंदिर का मामला लंबित होने के चलते जजों पर ही टिप्पणी कर दी। कुशवाहा ने कहा, ‘पूरे देश की इच्छा है कि अयोध्या में अब बिना देरी किए भव्य राम मंदिर का निर्माण हो’। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट के भरोसे मंदिर नहीं बनने वाला। सुप्रीम कोर्ट में बैठ जज इसाइयों के मिशनरी स्कूलों में पढ़े हैं, उन्हें राम कृष्ण की जानकारी नहीं है’।

उत्तर प्रदेश के सलेमपुर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद रवींद्र कुशवाहा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मामले पर एक जनसभा में कहा, सभी की इच्छा है, पूरे देश की इच्छा है कि अयोध्या में अब भव्य राम मंदिर बनना चाहिए। हमारी केंद्र और उत्तर प्रदेश में सरकार है। अगर अब मंदिर नहीं बता तो फिर कभी नहीं बनेगा।

कुशवाहा ने अपने भाषण में जजों को निशाने पर लेते हुए कहा, हिंदुस्तान के सुप्रीम कोर्ट के भरोसे कभी राम मंदिर नहीं बनेगा क्योंकि कोर्ट में बैठे जज ईसाइयों के मिशनरी स्कूलों में पढ़े हैं। जजों को अपने आदर्श राम कृष्ण से कोई लेना देना नहीं है’। इसके साथ ही कुशवाहा ने अपनी पार्टी के नेताओं से मांग की कि बिना देर किए मंदिर बनाने पर फैसला लेना चाहिए।

बता दे कि बीते दिन केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी ने एक सामरोह में राम मंदिर मामले पर बड़ा बयान दिया था। रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि, अर्बन नक्सल केस दो महीने पूरा हो जाता है लेकिन हमारे राम लला का केस 70 साल से लंबित है। 10 साल से तो सुप्रीम कोर्ट में ही लटका पड़ा है। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम आर शाह, इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस गोविन्द माथुर और जस्टिस ए आर मसूदी मौजूद थे।