बीते लंबे समय से राम मंदिर के मुद्दे पर घिरी सरकार केंद्र की भाजपा सरकार को एक और संगठन ने निशाने पर लिया है। यह संगठन राजनीतिक नहीं बल्कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के छात्रों का एक समूह है। तिरपाल में विराजे राम लला की तरफ पीएम मोदी को भी टेंट भेजा गया है। इसके साथ ही एक पत्र भी भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि राम जी टेंट में रह रहे हैं तो सभी सांसद और विधायक भी ऐसे ही रहें।
बीएचयू में पढ़ाई कर रहे 11 छात्रों के संगठन का नेतृत्व करने वाले इतेंद्र चौबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्ट के जलिए तिरपाल के साथ एक पत्र भी भेजा है। इतेंद्र चौबे ने कहा कि, बीते दिनों राम मंदिर पर पीएम मोदी द्वारा इंटरव्यू में दिए गए बयान से राम भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं।
इतेंद्र ने कहा, ‘भगवान राम सभी हिंदुओं के आदर्श हैं। अगर राम जी तिरपाल में रह रहे हैं तो उनके भक्त सारी सुख सुविधाओं के साथ सरकारी बंगले में कैसे रह सकते हैं। उन सभी को भी मर्यादा पुरुषोत्तम की तरह टेंट में रहना चाहिए। इसीलिए हमने पीएम मोदी को टेंट के साथ एक खत भी भेजा है। हम उम्मीद करते हैं कि, राम भक्त होने का दावा करने वाले सभी सांसद और विधायक तब तक टेंट में रहेंगे, जब तक मंदिर बनाने के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती हैं’।
इसी पर एक अन्य छात्र पतंजलि ने कहा, ‘हमने पीएम मोदी को सबसे पहला तिरपाल भेजा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी सराकर की अगुवाई वही कर रहे हैं। उन्हीं की वजह से भाजपा को 2014 लोक सभा चुनाव में ऐतिहासिक बहुमत मिला था। उस समय पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने का वादा भी किया था। लेकिन राम मंदिर पर पीएम के बयान से सभी राम भक्त निराश है’।
बता दें कि, बीते दिनों न्यूज एजेंसी एएनआई को पीएम मोदी ने इंटरव्यू दिया था। जिसमें उन्होंने कई मुद्दों के साथ राम मंदिर पर भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि, कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जा सकता है। इंटरव्यू में उन्होंने था कि, कांग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं, इसके चलते राम मंदिर मसले की सुनवाई जल्द नहीं हो पा रही है।