मुस्लिम समुदाय के लोगों के घर बुल्डोजर चलने पर अखिलेश यादव बुरी तरह से भड़क गए। सपा चीफ ने ट्वीट कर कहा कि अब अजायब-घर में ले जाकर रख दो ‘इंसाफ़ की तराज़ू’ को और कर दो ऐलान हुक्मरानों ने ही ले लिया है कानून हाथों में। उनका निशाना योगी सरकार की कार्रवाई की तरफ था, जिसमें ताबड़तोड़ बुल्डोजर के जरिए एक्शन हो रहा है।
यूपी में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उपद्रवियों की धरपकड़ की तो अखिलेश यादव ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए। अखिलेश ने शनिवार को एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि उठने चाहिए ऐसी हवालात पर सवालात नहीं तो इंसाफ खो देगा अपना इकबाल। यूपी हिरासत में मौतों के मामले में न. 1। यूपी मानवाधिकार हनन में अव्वल। यूपी दलित उत्पीड़न में सबसे आगे। इस वीडियो में पुलिस के जवान डंडे से कुछ लोगों को पीटते दिख रहे हैं।
उधर, योगी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पिटाई दंगाईयों की हो रही है दर्द अखिलेश यादव को हो रहा हो रहा है, इसका कारण क्या है? उनका कहना था कि सरकार जो कुछ भी कर रही है वो कानून के दायरे में कर रही है। किसी को ये अधिकार नहीं है कि वो जब चाहे पत्थर बरसा दे।
अब अजायब-घर में ले जाकर रख दो ‘इंसाफ़ की तराज़ू’ को
और कर दो ऐलान हुक्मरानों ने ही ले लिया है क़ानून हाथों में— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 12, 2022
सपा नेता अब्दुल्ला आज़म ने बीजेपी के खिलाफ तीखे तेवर दिखाकर कहा कि ये मजहब के नाम पर आपको लड़ाना चाहते हैं। लोगों को उनका नाम और हुलिया देखकर मारा जा रहा है। उनका कहना था कि बीजेपी सबकुछ जानबूझकर कर रही है। वो हिंदू मुस्लिम को बांटना चाहती है, जिससे चुनाव में उसे फायदा हो। अब्दुल्ला का कहना था कि सरकार जिस तरह से काम कर रही है उसे देखकर नहीं लगता कि ये लोकतंत्र है। सब कुछ अपनी मनमर्जी से किया जा रहा है। न तो संविधान की कोई परवाह है और न ही देश की अदालतों की।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने नूपुर शर्मा के मुद्दे पर बीजेपी का समर्थन कर कहा कि पार्टी ने जब एक्शन ले लिया है तो फिर इतने हंगामे की क्या जरूरत है। उनका कहना था कि बीजेपी ने नूपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया है। उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हो चुकी है। उसके बावजूद भी अगर कोई बात हो रही है तो उस पर क्या ध्यान रखने की जरूरत है। उनका कहना था कि सब कुछ बंद हो जाना चाहिए। जो कुछ हुआ गलत था लेकिन जब एक्शन हो गया तो इतने हंगामे की क्या जरूरत है। सभी लोगों को ये बात समझनी चाहिए।