उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में नेपाल सीमा से सटे एक गांव में वहशियों ने 14 साल की एक लड़की का न केवल रेप किया बल्कि उसकी गला दबाकर हत्या भी कर दी। वहशियों ने उससे पहले बच्ची की जीभ काट दी और आंखें भी फोड़ दी। जब घर वालों ने उसकी तलाश की तो गन्ने के खेत में उसकी खून से लथपथ लाश मिली। पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। जिस खेत से लाश मिली है, वह आरोपियों का है। हालांकि पुलिस ने आंखें फोड़ने की बात से इंकार किया है और कहा है कि गला घोंटने की वजह से आंखें बाहर निकल आई है।
पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एफआईआर में आरोपियों पर मर्डर के चार्जेज लगाए गए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि होने के बाद आरोपियों पर रेप के आरोप और पोक्सो एक्ट भी लगाया जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू करने की भी पुष्टि की है। सूत्रों ने बताया कि लड़की के गले में दुपट्टा लिपटा हुआ था, उसकी आंखें बाहर निकली हुई थीं और जीभ कटी हुई थी।
बसपा प्रमुख मायावती ने इस घटना की निंदा की है और पूछा है कि अगर ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो योगी आदित्यनाथ की मौजूदा भाजपा सरकार और समाजवादी पार्टी की सरकारों के बीच क्या अंतर रह गया है? उन्होंने ट्वीट किया, ‘यूपी के लखीमपुर खीरी के पकरिया गांव में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति-दुःखद और शर्मनाक है। ऐसी घटनाओं से समाजवादी पार्टी और वर्तमान बीजेपी सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई करे।’
उधर, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया कि आदित्यनाथ सरकार के तहत यूपी में दलित उत्पीड़न चरम पर है।