Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में बिजली विभाग के एसडीओ को सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले की जानकारी अधिकारियों ने दी। एसडीओ राधाकृष्ण राव ने अपने कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की तारीफ भी की थी।

पीएम मोदी और सीएम योगी पर आपत्तिजनकर टिप्पणी के बाद सस्पेंड किए गए एसडीओ को मुख्य अभियंता वितरण आजमगढ़ से संबद्ध किया गया है। एसडीओ विद्युत वितरण उपखंड-तृतीय मऊ में पोस्टिंग थी। निलंबन आदेश में लिखा है कि एसडीओ द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट प्रसारित किया जा रहा है, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। आरोपी एसडीओ इस तरह का कृत्य करने के आदती हैं। उनका यह कृत्य कर्मचारी आचरण नियमावली-1956 का उल्लंघन और कदाचार की श्रेणी में आता है। जिसके लिए वह दोषी प्रतीत होते हैं।

राव के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए: अधिशासी अभियंता

विद्युत वितरण खंड मऊ के अधिशाषी अभियंता अभिनव तिवारी के अनुसार, ‘राव के खिलाफ उपभोक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार की कई शिकायतें पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) के प्रबंध निदेशक (एमडी) को भेजी गई थीं। प्रारंभिक जांच के दौरान। उनके खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए।

बिजली विभाग में इस कार्रवाई को लेकर हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि निलंबित एसडीओ के पोस्ट और हरकतों पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। क्योंकि मामला खुद ऊर्जा मंत्री के गृह जनपद का था। इसलिए बिजली विभाग काफी सक्रिय था।

2018-19 में उन्होंने पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य मंत्रियों के खिलाफ कई पोस्ट की थीं। तिवारी ने कहा कि शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर एसडीओ को पीवीवीएनएल के एमडी ने अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आगे की जांच जारी रहेगी।

यूपी में जिलों के नाम बदलने को लेकर सीएम योगी पर टिप्पणी कर चुके हैं राव

राधाकृष्ण राव के खिलाफ बिजली अधिकारियों की जांच में शामिल सोशल मीडिया पोस्ट में नोटबंदी जैसे मुद्दों पर पीएम मोदी को निशाना बनाने और अन्य मुद्दों के अलावा जिलों और स्थानों के नाम बदलने के लिए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की आलोचना करने के भी कई पोस्ट शामिल हैं। राव ने यूपी सरकार के मंत्रियों और विशेष जातियों पर भी टिप्पणी की थी।