Lucknow Shakuntala Misra National Rehabilitation University: उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति के खिलाफ योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। यहां नियुक्त के समय धांधली को लेकर शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय के छह शिक्षकों और एक विधि अधिकारी को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति निशीथ राय पर भी एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। यह नियुक्तियां उन्हीं के कार्यकाल के दौरान हुई थीं।

इससे पहले भी पूर्व कुलपित निशीथ राय को चीफ मिनिस्टर के निर्देश के बाद विश्वविधालय से बर्खास्त किया गया था। बता दें, विश्वविधालय के सामान्य परिषद के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। पूर्व कुलपति प्रो. निशीथ राय पर अब एफआईआर की सिफारिश सीएम को भेजी गई है। विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में फैसला लिया गया है। इसके अलावा इतिहास विभाग के प्रो. अवनीश चंद्र मिश्रा, श्रवण बाधित विभाग के एसोसिएट प्रो. मृत्युंजय मिश्रा बर्खास्त कर दिया गया है।

इन लोगों को किया गया बर्खास्त-

दृष्टिबाधित विभाग के एसोसिएट प्रो. अध्याशक्ति राय, कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रो. आरके श्रीवास्तव और अंग्रेजी विभाग के एसोसिएट प्रो. विपिन पांडे को भी बर्खास्त किया गया है। इसके अलावा फाइन आर्ट्स विभाग के अवधेश मिश्रा समेत विश्वविद्यालय के विधि अधिकारी डॉ. आलोक मिश्रा भी बर्खास्त किए गए हैं. कार्य परिषद की बैठक में इन छह लोगों की नियुक्ति को गलत ठहराते हुए बर्खास्त करने का फैसला लिया गया है।

इन शिक्षकों की नियुक्त में अहर्ता पूरी न होने और आरक्षण नियमों का पालन न होने का मामला सामने आया था। वहीं पूर्व कुलपति प्रोफेसर निशीथ राय पर वित्तीय अनियमितता और भर्तियों में गड़बड़ी का आरोप लगा था। इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय भी प्रोफेसर निशीथ राय के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवा चुका है।

पीएचडी में प्रवेश को लेकर भी हो चुका है बवाल

डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय का विवाद से पुराना नाता है। कभी पीएचडी में प्रवेश को लेकर तो कभी भर्ती को लेकर बवाल होता रहा है। डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय व संबद्ध कॉलेजों में फेल को पास करने के खेल का पर्दाफाश हुआ था। विशेष शिक्षा के नाम पर वर्ष 2015 से 2018 के बीच प्रवेश में गड़बड़ी हुई थी।