उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर आज सपा और बसपा के बीच गठबंधन हो गया है। इस दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीट बंटवारे का ऐलान करते हुए कहा दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने के बाद भी अमेठी और रायबरेली की दोनों सीटों पर सपा और बसपा अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इस दौरान मायावती ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उसने दशकों तक देश पर शासन किया है और उसके शासन में सबसे ज्यादा घोटाले हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस के साथ लड़ने से कोई फायदा नहीं होने की बात कही।

बता दें कि लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान मायावती कांग्रेस पर भी हमलावर दिखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जैसी पार्टियों को तो हमसे गठबंधन का पूरा लाभ मिल जाता है, लेकिन हमें कोई खास लाभ नहीं मिलता उल्टे हमारा वोट प्रतिशत घट जाता है। 1996 के विधानसभा चुनाव में हमें इसका कड़वा अनुभव हो चुका है। मायावती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही एक नीति है कांग्रेस ने जहां देश में इमरजेंसी लगाई, बोफोर्स घोटाला किया तो वहीं भाजपा ने राफेल में घोटाला किया है।

सीट बंटवारे को लेकर मायावती ने कहा कि कांग्रेस के साथ लोकसभा चुनाव लड़ने से हमें कोई फायदा नहीं मिलता इसलिए उसे गठबंधन से बाहर रखा गया। फिर भी सपा-बसपा का गठबंधन कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी और रायबरेली में अपना कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई थी।

मायावती ने कांग्रेस के गठबंधन में शामिल नहीं होने पर कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों की सरकारों में रक्षा सौदों में घोटाले हुए हैं। कांग्रेस से गठबंधन करके हमें फायदा नहीं होता बल्कि कांग्रेस को हमारे वोट ट्रांसफर हो जाता। बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने गठबंधन को लेकर यूपी के दोनों बड़े नेताओं को संदेश देते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी की अनदेखी करना बड़ी गलती हो सकती। गौरतलब है कि रायबरेली सीट से सोनिया गांधी और अमेठी सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद है।