होली से पहले भाजपा सरकार में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे नेताओं को इस बार विशेष जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती हैं। सूत्रों के अनुसार, कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जाएंगे और जिनके कामकाज को लेकर शिकायतें हैं, उन्हें हटाया जा सकता है। जिन विभागों में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली हैं, वहां भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

पश्चिमी यूपी से नए चेहरे हो सकते हैं शामिल

इसके अलावा, पश्चिमी यूपी के दो नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है। इस विस्तार में पार्टी की 75 वर्ष की आयु सीमा का भी पालन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि प्रदेश नेतृत्व से इस संबंध में फीडबैक लिया जा चुका है और अगले 8-10 दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार होने की पूरी संभावना है।

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इसके साथ ही, भाजपा प्रदेश संगठन में भी बदलाव की तैयारी हो चुकी है। प्रदेश में जिलाध्यक्षों की नई सूची जल्द ही जारी होने वाली है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पहले ही स्पष्ट किया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव और महाकुंभ के कारण इस प्रक्रिया में थोड़ी देरी हुई थी। अब जब सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, तो सूची जारी करने में किसी तरह की अड़चन नहीं है। यह बदलाव पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

पिछले कुछ दिनों में जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने में देरी को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने स्पष्ट किया कि सूची में जो भी बिंदु सामने आए थे, उन सभी का समाधान कर लिया गया है। भाजपा का संगठन व्यापक है और समाज के सभी वर्गों को समान प्रतिनिधित्व देने के सिद्धांत पर चलता है। पार्टी की प्राथमिकता हर वर्ग को उचित भागीदारी देना है, जिससे संगठन और मजबूत होगा।

भाजपा नेतृत्व का कहना है कि पार्टी का ढांचा ऐसा है, जिसमें महिलाओं, अनुसूचित जातियों और अन्य सभी वर्गों को समान अवसर मिलते हैं। इस बार भी जिलाध्यक्षों की सूची तैयार करते समय इस संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि इन बदलावों से संगठन को नई ऊर्जा मिलेगी और आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी।