सपा और सुभासपा का गठबंधन खत्म जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति ने एक नई दिशा में करवट ली। वहीं कुछ लोग कई तरह के कयास भी लगा रहे हैं। इसी बीच तंजीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सुभासपा अध्यक्ष को पत्र लिखकर समाजवादी पार्टी के खिलाफ अभियान चलाने का अनुरोध किया है।
मौलाना ने पत्र में लिखा कि हम आपको पूरा समर्थन देंगे। उन्होंने अपने पत्र में अखिलेश यादव पर मुस्लिम मामलों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सपा से 50 प्रतिशत मुस्लिमों का मोह भंग हो चुका है। जो बचे हैं वो भी 2024 तक किनारा कर लेंगे।
रजवी ने राजभर को लिखे पत्र में लिखा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव आपने सपा के साथ मिलकर लड़ा, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। लोकसभा उपचुनाव में सपा की नाकामी पर आपने सवाल उठाते हुए जब कहा कि अखिलेश यादव एसी से बाहर निकलें तो आप पर ही सवाल उठाए जाने लगे। उन्होंने कहा कि आजम खां ने भी आपका विरोध किया। रामपुर और आजमगढ़ जैसे मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर भी सपा को हार मिली। आजम खां की बात अब मुस्लिम इसलिए नहीं सुन रहे हैं, क्योंकि वह परिवारवाद की बात करते हैं।
मौलाना रजवी ने कहा कि सपा एक डूबता हुआ जहाज है। मुस्लिम मामलों पर अखिलेश यादव की खामोशी के चलते 50 फीसद मुसलमानों ने सपा से दूरी बना ली है। आने लोकसभा चुनाव तक अन्य मुसलमान भी सपा से दूर हो जाएंगे। इसलिए सपा का साथ तत्काल छोड़ दें। नहीं तो आपको एक भी सीट नहीं मिलेगी।
मौलाना शहाबुद्दीन सलाह दी कि ओम प्रकाश राजभर, शिवपाल यादव, मौलाना तौकीर रजा खां और दूसरे नेता मिलकर एक मोर्चा बनाएं और समाजवादी पार्टी के खिलाफ एक मुहिम चलाएं। साथ ही मुस्लिम के मामले भी उठाएं। जिससे मुस्लिम आपके साथ खड़ा हो। पत्र में रिजवी ने ओपी राजभर से जल्द मुलाकात की भी बात कही।
वहीं सोमवार को जब ओम प्रकाश राजभर से भारतीय जनता पार्टी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा बीजेपी में सिर्फ दो ही नेता हैं एक अमित शाह और दूसरे नरेंद्र मोदी बाकी सब चिल्लाते रहते हैं। राजभर ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के मालिक संजय भैया तो नहीं हैं न, वहां तो सिर्फ दो ही नेता हैं, नीचे चाहे जितना कोई चिल्लाए कि हम बड़े तोप हैं तो हम सबके बारे में जान चुके हैं।’