उत्तर प्रदेश में 4 और 11 मई को होने वाले निकाय चुनाव के लिए सभी सियासी दलों ने कमर कस ली है। उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय के जो चुनाव हो रहे हैं उसमें इस बार 17 नगर निगम हैं। इन 17 नगर निगमों में बीजेपी, समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस सभी ने अपने सिंबल पर पार्षद उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। हालांकि, अगर सभी नगर निगमों को देखें तो बीजेपी के पार्षद उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के कासगंज में शूकर क्षेत्र सोरों जी भगवान वाराह की प्रकट स्थली है। यहां दूरदराज से लाखों तीर्थयात्री अपने पितरों का पिंडदान और उनका तर्पण करने पहुंचते हैं। अंग्रेजी शासनकाल के दौरान 1868 में सोरों को नगरीय व्यवस्था के तहत पंच घर बना दिया। 1904 में इसे म्युनिसिपल बोर्ड का दर्जा मिला और यह नगरपालिका बना दी गई।
सोरों में हुआ था भगवान विष्णु का वाराह अवतार
सोरों में पिंडदान करने का एक पौराणिक महत्व है। मान्यता है कि भगवान विष्णु का शूकर रूप में भगवान वाराह अवतार भी यहीं हुआ था, जिसकी वजह से यहां सदियों से लाखों श्रद्धालु आते रहे हैं। सोरों नगर के निवासियों के अनुसार, पहले म्यूनिसिपल बोर्ड को चलाने का साधन चुंगी कर हुआ करता था। चुंगी कर के जरिए यहां आने वाले यात्रियों से टैक्स वसूला जाता था। साथ ही यहां आने वाले हर सामान पर भी व्यापारी टैक्स देते थे, जिससे नगर का प्रबंधन होता था।
अब तक बन चुके हैं 55 नगर अध्यक्ष
1936 से लेकर 2022 तक यहां 55 अध्यक्ष बने। सोरों नगर पालिका के पहले अध्यक्ष 1936 में गोपीनाथ रोहतगी बने। राम अग्रवाल ने 1953 में अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद कस्बे के विकास और शिक्षा क्षेत्र में कई कार्य किए। यशोधर शास्त्री ने 1958 में अध्यक्ष बनने के बाद कस्बे में सीमेंटेड का सड़कों का निर्माण शुरू कराया और गली को पक्का करने का काम किया। 1995 में हीरालाल कैलाश सोनू नगर पालिका के अध्यक्ष बने और उन्होंने सोरों शूकर क्षेत्र तीर्थ स्थल के विकास में एक नया आयाम स्थापित किया। साल 2012 में अध्यक्ष बनी अर्चना यादव ने सोरों शूकर क्षेत्र तीर्थ स्थल के विभिन्न स्थलों को विकसित कर उन्हें नया रूप दिया।
बागियों को सीएम योगी ने किया शांत
वहीं, यूपी नगर निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर भी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच बगावत छिड़ गयी थी। बीजेपी खेमे में मची हलचल के बीच बीजेपी ने पहली बार निकाय चुनाव में 350 से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग और बागियों से मुलाकात कर उन्हें शांत किया। क्षेत्रीय कार्यालय पर जोनल और गोरखपुर क्लब में स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से एकजुट होकर भाजपा प्रत्याशियों के लिए प्रचार-प्रसार में जुटने को कहा। सीएम योगी ने बागियों को समझाते हुए उन्हें नामांकन वापस लेने और प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने के लिए मनाया।