यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) हाथरस में 950 एकड़ में एक नया शहर बसाने की योजना बना रहा है। यीडा ने इसके लिए मास्टर प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत, हाथरस में आवासीय, औद्योगिक, वाणिज्यिक और पर्यटन विकास पर जोर दिया जाएगा। यीडा ने अलीगढ़ जिले के टप्पल व हाथरस क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। इस योजना को दो चरणों में पूरा करने की योजना है।
यीडा ने हाथरस का मास्टर प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए एजंसी का चयन किया जाएगा। एजंसी हाथरस की भौगोलिक स्थिति का सर्वेक्षण करने के बाद मास्टर प्लान तैयार करेगी। यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुणवीर सिंह ने बताया कि मास्टर प्लान तैयार होने के बाद वहां भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। यीडा क्षेत्र में छह जनपद आते हैं। उनमें हाथरस के 358 गांव भी शामिल हैं। प्राधिकरण का रीजनल मास्टर प्लान पिछले दिनों शासन से मंजूर हो गया था। जिसके बाद यीडा ने हाथरस का मास्टर प्लान तैयार करने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व मथुरा, अलीगढ़, आगरा के मास्टर प्लान तैयार हो चुके हैं।
65 गांवों को किया जा चुका है बाहर
यीडा की अलीगढ़ में लाजिस्टिक पार्क और अर्बन सेंटर, मथुरा में हैरिटेज सिटी बसाने की योजना है। जनपद हाथरस की सदर, सादाबाद और सासनी तहसील के गांवों में भूमि अधिग्रहण की धारा 80 व 143 की अधिसूचना जारी हो चुकी हैं। इन गांवों की जमीन पर औद्योगिक और आवासीय टाउनशिप विकसित की जाएगी।
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इस योजना में 65 और गांव शामिल थे। जिसको लेकर साल 2022 में यहां के ग्रामीणों ने तत्कालीन डीएम अर्चना वर्मा से मिलकर कहा था कि प्राधिकरण में गांव शामिल होने से विकास की रफ्तार थम जाएगी। जिसके बाद डीएम ने 65 गांवों को सूची से बाहर कर दिया। पहले की सूची में 422 गांव थे लेकिन अब 358 शामिल हैं।