BJP Leader Denial To Comment Over RSS Chief: आम तौर पर मीडिया से खुलकर बात करने वाले यूपी के उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) को सोमवार (6 फरवरी 2023) को मीडिया के सवालों से दूर भागना पड़ गया। सोनभद्र बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए राबर्ट्सगंज (Robertsganj) कचहरी पहुंचे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से जब मीडिया वालों ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) को लेकर सवाल पूछे तो वे जवाब देने के बजाए ‘बड़े भाई-बड़े भाई’ करने लगे। वे मोहन भागवत या उनसे जुड़े मुद्दों पर एक भी शब्द बोलने से बचते रहे।
ब्रजेश पाठक बोले- जिस काम से आया हूं उसी पर बोलूंगा
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं जिस काम से आया हूं, उससे संबंधित सवाल पूछिए। मीडिया वालों के मोहन भागवत के ब्राह्मण और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के रामचरितमानस पर दिए बयान पर बार-बार सवाल उठाने पर वे वहां से निकलने लगे। इस दौरान उन्होंने कहा, “मैं सोनभद्र बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में आया था और मैं पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। सोनभद्र जिला न्यायालय निर्माण पर चर्चा की। इसके लिए मैं लखनऊ पहुंचकर माननीय मुख्यमंत्री से बात करूंगा और जिला न्यायालय की बहुत भव्य इमारत बनेगी। सभी अधिवक्ताओं के लिए चैंबर भी बनेगा।
डिप्टी सीएम का बयान सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के मीडिया के सवालों से इस तरह किनारा करने और मोहन भागवत, ब्राह्मण, स्वामी प्रसाद मौर्या और रामचरितमानस विवाद पर बड़े भाई-बड़े भाई करने का वीडियो कुछ देर में सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट करने लगे।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने दिया मुख्यमंत्री को चैलेंज
दूसरी तरफ स्वामी प्रसाद मौर्या ने मीडिया के जरिए सीएम योगी आदित्यनाथ को चैलेंज किया। कहा कि अगर उनमें हिम्मत हो तो वे आरएसएस चीफ पर कार्रवाई करें। उन पर रासुका लगाएं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। कहा, “वे नहीं करेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्या पिछड़े समाज के हैं, इसलिए उनको परेशान कर रहे हैं। अगर हिम्मत है तो जाकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी पर कार्रवाई करें।”
दरअसल हाल ही में मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने एक बयान दिया था। इस बयान पर हंगामा हो गया था। एएनआई न्यूज एजेंसी के करेक्शन बयान के मुताबिक मोहन भागवत ने कहा था, “सत्य ही ईश्वर है, सत्य कहता है मैं सर्वभूति हूं, रूप कुछ भी रहे योग्यता एक है, ऊंच नीच नहीं है, शास्त्रों के आधार पर कुछ पंडित जो बताते हैं वो झूठ है। जाति की श्रेष्ठता की कल्पना में ऊंच नीच में अटक कर हम गुमराह हो गए, भ्रम दूर करना है।”