सीमा पर संघर्षविराम के लगातार उल्लंघन को लेकर देश में छायी नाराजगी के बीच दरगाह आला हजरत प्रशासन ने इस महीने के अंत में शुरू हो रहे सालाना उर्स में शिरकत के लिये पाकिस्तान के उलमा (धर्मगुरुओं) को निमंत्रण नहीं दिया है। दरगाह आला हजरत प्रबन्धन के पदाधिकारी नासिर कुरैशी ने आज यहां बताया कि आगामी 24 नवम्बर को शुरू हो रहे आला हजरत इमाम अहमद रजा खान फाजिले बरेलवी के उर्स में इस बार पाकिस्तान के उलमा को नहीं बुलाने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि दरगाह आला हजरत उर्स प्रबंधन को डर है कि अगर उसके निमंत्रण पत्र का किसी अवांछनीय व्यक्ति ने दुरुपयोग कर वीजा प्राप्त कर लिया और देश में कोई वारदात कर दी तो इससे जानमाल का नुकसान तो होगा ही, दरगाह की भी बदनामी हो सकती है।
साथ ही पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है, इसलिए भी पाकिस्तान के उलमा को ना बुलाने का फैसला किया गया है। दरगाह आला हजरत के प्रवक्ता मुफ्ती मुहम्मद सलीम नूरी ने बताया कि तीन दिवसीय उर्स कार्यक्रम में देश के अलावा मॉरीशस, ब्रिटेन, दुबई, ओमान, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, सऊदी अरब, श्रीलंका, मलावी तथा जिम्बाब्वे से बड़ी संख्या में उलमा भाग लेने आ रहे हैं।