यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में अडाणी ग्रुप द्वारा डिफेंस कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने शूटिंग में भी हाथ आजमाया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने अडाणी डिफेंस सिस्टम एंड टेक्नोलॉजीस लिमिटेड के एम्यूनेशन और मिसाइल कॉम्प्लेक्स का दौरा किया।

अडाणी डिफेंस सिस्टम एंड टेक्नोलॉजीस लिमिटेड के एम्यूनेशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज यूपी देश के विकास में और भारत की आर्थिक उन्नती में ब्रेकर नहीं बल्कि ब्रेकथ्रू का काम कर रहा है। ये वही उत्तर प्रदेश है जिसे 2017 के पहले देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा माना जाता था। आज ये यूपी पीएम मोदी के मार्गदर्शन में विकास के नई प्रतिमान स्थापित कर रहा है। 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में जगह-जगह तमंचे लहराए जाते थे लेकिन आज यूपी के युवाओं के हाथों में टैबलेट जरूर देखने को मिलता है।”

कानपुर में अडाणी ग्रुप का प्लांट

कानपुर के नरवाल तहसील के साध डिफेंस कॉरिडोर में अडाणी ग्रुप द्वारा स्थापित स्मॉल कैलिबर एम्युनिशन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का काम पूरा होने वाला है। सीएम योगी ने यूपी के कानपुर में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े हथियार और गोला-बारूद प्लांट का उद्घाटन किया। अडाणी ग्रुप का यह प्लांट भारतीय रक्षा परिदृश्य में एक माइलस्टोन बनेगा और उत्तर प्रदेश को इस क्षेत्र में आगे लाएगा।

कानपुर में 250 एकड़ में फैला यह विशाल प्लांट है। इसके पहले चरण में छोटे हथियारों के गोला-बारूद का उत्पादन शुरू होगा। इसमें 7.62 मिमी और 5.56 मिमी की गोलियां शामिल होंगी। अडाणी के अलावा, जेनसर टेक्नोलॉजीज, अनंत टेक्नोलॉजीज, डेल्टा कॉम्बैट सिस्टम्स, डेटम एडवांस्ड कंपोजिट्स और आधुनिक भी अपनी यूनिट्स स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं।

कानपुर में 500 एकड़ में फैला डिफेंस कॉरिडोर

प्लांट के प्रारंभिक चरण का बजट 1,500 करोड़ रुपये है। आने वाले समय में इसमें तोप के गोले और मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद के उत्पादन की योजना है। इसका उद्देश्य भारत में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण हथियारों के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना है।

अडाणी की तीन कंपनियां हथियार प्रणाली, हथियार और गोला-बारूद का निर्माण करेंगी। ग्रुप द्वारा कानपुर में उद्योग विभाग के पास जमा किए गए दस्तावेजों के अनुसार, इसकी तीन कंपनियां रक्षा गलियारे के कानपुर में 500 एकड़ में फैले डिफेंस कॉरिडोर में 13 प्रकार की बड़ी बंदूकें और 41 प्रकार के गोला-बारूद का निर्माण करेंगी।