UP BJP: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की कवायद है कि अधिक से अधिक मुस्लिमों को अपने साथ जोड़ा जाए। इस बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी ने रविवार(16 अक्टूबर, 2022) को पसमांदा मुसलमानों का सम्मेलन किया। इस सम्मेलन में योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी शामिल हुए।

वहीं इस सम्मेलन को लेकर मीडिया से बात करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि पसमांदा समाज के बुद्धिजीवियों का सम्मेलन किया गया। इस कार्यक्रम में हमने पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की जो योजनाएं हैं, वो गरीब समाज के कल्याण के लिए हैं। इसका लाभ पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को भी मिला है।

निकाय चुनाव में पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को टिकट:

निकाय चुनाव में पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को टिकट देने के सवाल पर ब्रजेश पाठक ने कहा, “निकाय चुनाव में जीत के आधार पर पसमांदा मुसलमानों को जीत के आधार पर टिकट देने पर विचार करेंगे।”

साढ़े चार करोड़ पसमांदा मुस्लिम समाज को मिला लाभ:

उन्होंने कहा कि सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ यूपी में साढ़े चार करोड़ पसमांदा मुस्लिम समाज को मिला है। हमारी केंद्र की सरकार ने पांच करोड़ से अधिक नौजवानों को वजीफा देने का काम किया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज 2024 में भाजपा को मजबूती देने और मोदी जी की नीतियों में भरोसा रखकर पार्टी की तैयारियों में लगा हुआ हैं। इस सम्मेलन में लाखों की संख्या में लोग आए, उनका अभिनंदन करता हूं।

सपा-कांग्रेस ने किया लाभ के लिए इस्तेमाल:

वहीं भाजपा ने पसमांदा सम्मेलन में मुस्लिमों को आश्वासन दिया है कि वे और उनका विश्वास बीजेपी की सरकार में पूरा तरह से सुरक्षित हैं। इसके साथ ही बीजेपी ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों ने वोट के खातिर सिर्फ मुसलमानों को इस्तेमाल किया है।

दरअसल प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सपा ने मुसलमानों के साथ तेजपत्ते जैसा व्यवहार किया, जिसे बिरयानी पकाने के बाद फेंक दिया जाता है। ऐसे दोनों पार्टियों ने वोट लेने के बाद मुस्लिमों को नजरअंदाज कर दिया।