Umesh Pal Murder Case: अतीक-अशरफ और उसके बेटे असद के मारे जाने के बाद उसके और उससे नजदीकी रखने वालों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां पुलिस को उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी अतीक की पत्नी शाइस्त परवीन और गुड्डू मुस्लिम की तलाश तो वहीं पुलिस अतीक के परिवार के सदस्यों को शरण देने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई कर रही है। वहीं यह भी बात सामने निकल कर आई है कि अतीक के जनाजे में शामिल होने के लिए शाइस्ता और साबिर ने योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस की भारी मौजूदगी के चलते उन्होंने अपना प्लान बदल दिया।
यूपी की प्रयागराज पुलिस ने अब ऐसे ही एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। प्रयागराज पुलिस ने माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और एक अन्य आरोपी साबिर को शरण देने के आरोप में एक स्थानीय व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोनों उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या के मामले में वांछित हैं। उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल मुख्य गवाह थे।
पुलिस ने जाफर को मंगलवार को हिरासत में लिया था
पुलिस ने कहा कि मोहम्मद अतिन जाफर को मंगलवार को छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया गया। जिसको पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। पुलिस ने कहा कि जाफर ने 15 अप्रैल को अतीक की हत्या के एक दिन बाद शाइस्ता और साबिर को खुल्दाबाद इलाके में अपने आवास पर कथित तौर पर शरण दी थी। उमेश पाल हत्याकांड में साबिर पर पांच लाख रुपये का इनाम है।
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के एक सरकारी अस्पताल के गेट पर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अतीक-अशरफ की हत्या उस वक्त हुई जब पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी।
अतीक के बेटे असद के साथ लखनऊ रहता था जाफर
पुलिस ने कहा कि जाफर अतीक के बेटे असद अहमद के साथ उसके लखनऊ स्थित आवास पर रहता था और उसके निर्देशों का पालन करता था। उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी असद भी 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। पुलिस ने उसके कब्जे से असद का मोबाइल फोन बरामद करने का दावा किया था। पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान जाफर ने स्वीकार किया कि शाइस्ता और साबिर 16 अप्रैल को प्रयागराज के खुल्दाबाद इलाके में उसके आवास पर रुके थे और अगले दिन किसी अज्ञात स्थान पर चले गए थे।
अतीक के जनाजे में शामिल होना चाहती थी शाइस्ता
पुलिस के मुताबिक, उन्हें हाल ही में पता चला कि जाफर लखनऊ के महानगर इलाके में अतीक के आवास पर रहता था और बाद में उमेश पाल प्रयागराज के खुल्दाबाद इलाके में अपने पैतृक घर पर रहने लगा था। पुलिस ने कहा कि वे जाफर का विवरण एकत्र कर रहे थे और 2 मई को उन्हें जानकारी मिली कि साबिर किसी काम से उसके घर आया है। पुलिस की एक टीम ने तुरंत जाफर के घर पर छापा मारा, लेकिन साबिर भागने में सफल रहा, पुलिस ने कहा कि उन्होंने जफर को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, जाफर ने उन्हें यह भी बताया कि शाइस्ता और साबिर ने छल करके अतीक के जनाजे में शामिल होने की योजना बनाई थी, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपनी योजना बदल दी, क्योंकि जनाजे में भारी पुलिस फोर्स तैनात था।