Governor Remark Row: महाराष्ट्र (Maharshtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) का छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के बारे में दिये गये बयान पर सियासी गुस्सा लगातार जारी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता (Shiv Sena Leader) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार उनको वापस ले जाए।
उन्होंने अपने बयान में कहा, “मैं केंद्र सरकार (Central Government) से अनुरोध करता हूं कि वह अमेज़न पार्सल (Amazon parcel) वापस ले जो उन्होंने राज्यपाल के रूप में भेजा है।” उन्होंने उन्हें वृद्ध आश्रम (Old Age Home) भेजने की सलाह भी दी। कहा, “हम केंद्र से आग्रह करते हैं कि वह एक राज्यपाल के रूप में भेजे गए नमूने को वापस बुलाए और उसे अन्य स्थानों पर या वृद्धाश्रम (Old Age Home) भेज दे। हम सभी महाराष्ट्र प्रेमियों से उनके बयान का विरोध करने के लिए कहते हैं। अगर वे शामिल होना चाहते हैं तो भाजपा सदस्यों का भी स्वागत करें।”
उद्धव ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया जा रहा है और सरकार खामोश बैठी है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सीएम कौन है। लेकिन जो शख्स दिल्ली के सहारे सत्ता में है, वो उनके खिलाफ क्या कहेगा।”
शरद पवार बोले- Governor Koshyari ने हदें पार कर दीं
दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर हालिया बयान को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की आलोचना की और कहा कि उन्होंने ”सारी हदें पार कर दी हैं।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को फैसला लेना चाहिए। ऐसे लोगों को महत्वपूर्ण पद नहीं दिए जाने चाहिए।’’
राज्यपाल ने Shivaji Maharaj को पुराने दिनों का आदर्श बता दिया था
दरअसल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पिछले हफ्ते औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि “छत्रपति शिवाजी महाराज ‘पुराने दिनों’ के आदर्श थे। इस युग के आदर्श नितिन गडकरी हैं।”
उनका यह बयान महाराष्ट्र में किसी को रास नहीं आया। भाजपा के साथ सत्ता में बैठी शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने भी इसका विरोध किया। उन्होंने मांग की कि छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर की गयी टिप्पणी के मामले में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को राज्य से बाहर कर दिया जाए।