Written by Manoj Dattatrye

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना और प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के गठबंधन के बाद से महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में हलचल बढ़ती जा रही हैं। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) को जल्दी से गले लगाने के मूड में नहीं दिख रहा है।

महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में यह भावना बढ़ती जा रही है कि अगर वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) को अपनी क्षमता साबित किए बिना प्रवेश दिया जाता है तो वह “माहौल खराब कर सकता है”।

Prakash Ambedkar के बयानों से नाखुश है महा विकास अघाड़ी (MVA)

वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के प्रमुख प्रकाश अम्बेडकर के बार-बार सामने आ रहे बयान को देखते हुए एमवीए इस विचार के इर्द-गिर्द घूम रहा है कि वीबीए को अभी के लिए गठबंधन से दूर रखा जाना चाहिए। राकांपा (NCP) के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे का कहना है कि हम अपने पाले में समान विचारधारा वाली पार्टियों का स्वागत करते हैं। लेकिन वीबीए प्रमुख के हालिया बयान एमवीए के हित में नहीं हैं।

वीबीए और शिव सेना (UBT) के मुंबई निकाय चुनाव तक ही सीमित है। मुझे लगता है कि वीबीए एमवीए का हिस्सा होगा या नहीं, यह तय करने के लिए हमें निकाय चुनाव तक इंतजार करना होगा।

Sharad Pawar पर लगाया भाजपा के साथ मिले होने का आरोप

वीबीए प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने खुले तौर पर आरोप लगाया है कि राकांपा प्रमुख शरद पवार भाजपा के साथ हैं। हालांकि एमवीए नेताओं ने डॉ बाबासाहेब अंबेडकर के पोते के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को देखते हुए इस नजरंदाज कर दिया। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने आंबेडकर को संभलकर बोलने की सलाह देते हुए कहा है कि वे शरद पवार पर बोलते हुए अपने शब्दों का ध्यान रखें। राउत ने मीडिया के सामने भी स्पष्ट कर दिया है कि वे प्रकाश आंबेडकर द्वारा शरद पवार पर दिए गए वक्तव्यों से सहमत नहीं हैं।

शनिवार को कोल्हापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीपी प्रमुख ने खुद चीजों को स्पष्ट किया। शरद पवार ने कहा कि चूंकि हमारे सामने गठबंधन का कोई प्रस्ताव नहीं है, इसलिए हम इस पर चर्चा नहीं करना चाहेंगे। कांग्रेस ने भी अम्बेडकर पर चर्चा से परहेज किया। एमपीसीसी अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए गठबंधन में हैं, हमें एमवीए में शामिल करने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।