प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में रहने के 20 साल पूरे होने पर एक टीवी डिबेट में शामिल पैनलिस्ट ने कहा कि पीएम मोदी जहां भी रहते हैं, हिंसा होती है। टीएमसी की ओर से पक्ष रखते हुए पैनलिस्ट ने ये बातें कही। जिसके बाद बीजेपी प्रवक्ता ने भी पलटवार किया।
तृणमूल कांग्रेस के नेता ओम प्रकाश मिश्रा ने रिपब्लिक टीवी के डिबेट में भाग लेते हुए पीएम मोदी के कार्यकाल पर जमकर निशाना साधा। ऐंकर अर्णब गोस्वामी ने जब पूछा कि गर्वनेंस पर फोकस से राजनीति के आयाम बदले हैं, इसके साथ ही ऐंकर ने मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों को गिनाते हुए ओम प्रकाश मिश्रा ने जवाब मांगा तो उन्होंने गुजरात दंगों से लेकर लखीमपुर खीरी हिंसा तक की घटनाओं को सामने रख दिया।
अर्णब ने मिश्रा से पूछा था कि क्या वो मोदी के खुले में शौच मुक्त और नल जीवन मिशन की सफलता को लेकर गर्व महसूस करते हैं या नहीं। जिसपर जबाव देते हुए टीएमसी नेता ने कहा कि पीएम मोदी 20 साल से सत्ता में हैं। पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर अब देश के प्रधानमंत्री के तौर पर सत्ता में हैं। याद कीजिए जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे। जिसके बाद गुजरात में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। अब इस महीने यानि कि अक्टूबर की बात करते हैं। पीएम लखनऊ में थे, वहां से 120 किलोमीटर की दूरी पर लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या हुई, पीएम ने कुछ नहीं कहा।
ओम प्रकाश मिश्रा ने आगे कहा कि पीएम ने दो अक्टूबर को महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, उससे कुछ दिन पहले ही उनके समर्थक, गोडसे जिंदाबाद ट्रेंड कराने की कोशिश रहे थे। उन्होंने कहा कि अब हम मोदी सरकार के काम पर बात करें तो, मोदी ने जीएसटी की विरोध किया, आधार का विरोध किया, मनरेगा का मजाक उड़ाया था। मुम्बई हमले के बाद वहां जाकर प्रेस कांफ्रेंस की थी। सत्ता में आने के बाद चीन के अतिक्रमण पर चुप बैठे हैं। इस दौरान मिश्रा ने नोटबंदी को लेकर भी पीएम पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह भारत की सबसे खराब सरकार है।
इसके बाद ऐंकर अर्णब और मिश्रा में जमकर बहस होने लगी। इसके बाद बीजेपी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने भी पलटवार करते हुए मोदी कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों को गिनाने लगे।
बता दें कि पीएम मोदी सत्ता में रहने के 20 साल पूरे कर चुके हैं। नरेंद्र मोदी लगभग 13 साल गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और उसके बाद पिछले सात साल से प्रधानमंत्री हैं। बीजेपी पीएम की उपलब्धि को सेवा समर्पण के 20 साल बता रही है।